देश में जारी लॉकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार (24 मई, 2020) को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान राम मंदिर को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में योगी ने कहा कि हमारे लिए राम और रोटी दोनों महत्वपूर्ण हैं। जिन लोगों ने राम को भुलाया, आज वे न घर के हैं और न घाट के।
घर वापस आए श्रमिक बहनों-भाइयों को प्रदेश में ही सेवायोजित करने के लिए एक माइग्रेशन कमीशन गठित करने की रूपरेखा तैयार की जा रही है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 24, 2020
‘अर्थव्यवस्था की धुरी’ इन कामगारों को प्रदेश में ही रोजगार उपलब्ध करवाकर इन्हें सामाजिक सुरक्षा की गारंटी देने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
रविवार को ‘सजगता से सफलता’ विषय पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पत्रकारों से बात करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा एक सप्ताह में कोरोना के कारण उपजी स्थिति पर हम नियंत्रण पा लेंगे। मई माह के अंत तक स्थिति में और सुधार आ जाएगा। आज उत्तर प्रदेश की स्थित पूरे देश में दूसरे राज्यों की अपेक्षा बेहतर है।
मुख्यमंत्री ने कोरोना महामारी पर बात करते हुए कहा कि इस समय पूरा विश्व कोरोना महामारी की चपेट में है। लेकिन समय से और सही फैसलों के कारण आज भारत की स्थिति काफी सुरक्षित है। यह सब देश के सक्षम नेतृत्व के कारण संभव हो सका है।
सीएम योगी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का बहुत स्पष्ट उद्घोष रहा है कि सज्जनों के साथ शास्त्र की भाषा का प्रयोग करना और दुर्जनों के साथ शस्त्र की भाषा का प्रयोग करना चाहिए। हम इस पर ही ज्यादा विश्वास रखते हैं। जो लोग कानून का गला घोटना चाहते हैं, हम उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हैं।
शासन की योजनाएँ सभी के लिए हैं, लेकिन तुष्टिकरण किसी के लिए नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने राजनितिक लाभ के लिए अनावश्यक भत्ते दिए थे, जिन्हें हमने खत्म किया है। हमें बड़ी लड़ाई लड़नी है तो कड़े कदम उठाने ही पड़ेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक सवाल के जवाब में कहा, “हमारे लिए राम और रोटी दोनों महत्वपूर्ण हैं। राज्य सरकार ने इस कार्य को बखूबी निभाया है। जिन लोगों ने राम को भुलाया है, उनकी दशा आज सभी देख रहे हैं। वे घर के हैं न घाट के हैं।” पिछले दिनों मंदिर निर्माण के लिए समतल की जा रही जमीन के दौरान भूमि से मंदिर होने के कुछ अवशेष मिले थे।
इसे लेकर शिवसेना से राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा था कि यह समय राम मंदिर, भारत-पाकिस्तान करने का नहीं, बल्कि कोरोना महामारी के खिलाफ जंग लड़ने का है। सीएम योगी ने कहा कि अपने खून पसीने से महाराष्ट्र को सींचने वाले कामगारों को शिवसेना और कॉन्ग्रेस की सरकार से सिर्फ छलावा ही मिला। लॉकडाउन में उनसे धोखा किया, उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया और घर जाने को मजबूर किया। इस अमानवीय व्यवहार के लिए मानवता मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को कभी माफ नहीं करेगी।
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार फेक न्यूज को लेकर बहुत सख्त है। इसको हर हाल में रोकना हमारी प्राथमिकता है। पहले नोटिस दिया जाता है और आगे की कार्रवाई की जाती है। उन्होंने कहा कि जो लोग गरीबों को लेकर बड़े-बड़े नारे लगाते हैं, उन्हीं के कारण श्रमिकों का पलायन हुआ। इस वक्त प्रदेश में 23 लाख से अधिक कामगार आ चुके हैं।
उन्होंने कहा कि इस समय हमारी प्राथमिकता प्रवासी कामगार को स्वास्थ्य सुविधा और रोजगार देना है। इतना ही नहीं हम प्रत्येक कामगार व श्रमिक को राशन किट, राशन कार्ड और होम क्वारंटाइन के दौरान एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता भी उपलब्ध करा रहे हैं।