Friday, November 15, 2024
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पहले सुल्तान और अब तापस पॉल, मोदी सरकार के दबाव में मर रहे मेरे लोग: ममता बनर्जी

"मोदी सरकार के दबाव के कारण कई ज़िंदगियाँ गाल के गाल में समा गई हैं। सरकारी एजेंसियों ने दबाव बना कर तीन लोगों की जान ले ली। पूर्व सांसद सुल्तान अहमद, सांसद प्रसून बनर्जी की पत्नी और अब तापस पॉल- इन सभी की मौत की जिम्मेदार मोदी सरकार है।"

तृणमूल कॉन्ग्रेस के पूर्व सांसद व वरिष्ठ बंगाली अभिनेता तापस पॉल की मंगलवार (फरवरी 18, 2020) की सुबह मुंबई के एक अस्पताल में हृदय गति रुकने की वजह से मृत्यु हो गई थी। अब उनकी मौत के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को दोषी ठहराया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री अब अपनी ही पार्टी के नेताओं की लाश पर राजनीतिक रोटियाँ सेंकने में लग गई है। तापस पॉल को दिसंबर 2016 में रोज वैली चिट फंड घोटाले से तार जुड़े होने के कारण सीबीआई ने गिरफ़्तार किया था।

तृणमूल सुप्रीमो ने कहा कि सरकारी जाँच एजेंसियों द्वारा लगातार बनाए जा रहे दबाव और मोदी सरकार की ‘बदले की राजनीति’ के कारण वरिष्ठ अभिनेता व नेता तापस पॉल की मौत हुई है। पॉल की 61 वर्ष की उम्र में मृत्यु हुई थी। रोज वैली चिट फंड घोटाला मामले में वो 1 वर्ष से भी अधिक समय तक जेल में रहे थे। पॉल को श्रद्धांजलि देते हुए ममता ने अपनी पार्टी के एक अन्य नेता पूर्व संसद सुल्तान अहमद का जिक्र करते हुए कहा कि नारदा टेप स्कैम में उनका नाम घसीटे जाने के कारण वो काफ़ी तनाव में थे और इसी कारण उन्हें हार्ट अटैक आ गया।

मुख्यमंत्री कोलकाता के रवींद्र सदन में में तापस पॉल को श्रद्धांजलि दनी पहुँची थीं, जहाँ उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। ममता बनर्जी ने कहा:

“मोदी सरकार के दबाव के कारण कई ज़िंदगियाँ गाल के गाल में समा गई हैं। सरकारी एजेंसियों ने दबाव बना कर तीन लोगों की जान ले ली। पूर्व सांसद सुल्तान अहमद, सांसद प्रसून बनर्जी की पत्नी और अब तापस पॉल- इन सभी की मौत की जिम्मेदार मोदी सरकार है। हमारे नेताओं को जेल भेजा जा रहा है लेकिन सरकारी एजेंसियाँ अब तक ये साबित नहीं कर पाई हैं कि उन्होंने अपराध क्या किया था। अब तक कुछ साबित नहीं हो सका है। अगर किसी ने अपराध किया है तो उसे सज़ा मिलनी चाहिए। तापस या फिर अन्य नेताओं ने आख़िर अपराध क्या किया था?

ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कॉन्ग्रेस ने कहा कि मोदी सरकार ने तापस पॉल पर दबाव बना कर उन्हें मानसिक प्रताड़ना दी थी, जिससे उनकी मृत्यु हो गई। हालाँकि, भाजपा ने तृणमूल के आरोपों को नकारते हुए कहा कि वरिष्ठ अभिनेता ने अपने पापों का फल भोगा और अब उन्हें बंगाल की सत्ताधारी पार्टी ‘बलि का बकरा’ बना रही है।

साल 2014 में सीपीएम की महिलाओं के लिए ‘रेप करवा दूँगा‘ बयान के कारण तापस काफी विवादों में रहे थे। उस समय कॉन्ग्रेस और लेफ्ट समेत सभी पार्टियों ने उन पर सवाल उठाए थे। इसके बाद उनकी पत्नी नंदिनी को इस बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी माँगनी पड़ी थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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