‘भारतीय किसान यूनियन (BKU)’ नेता राकेश टिकैत ने अब 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली में स्थित संसद भवन को घेरने की धमकी दी है। अब जब दिल्ली की सीमा पर से किसान लौट रहे हैं और किसान नेताओं को मिल रहा समर्थन भी ख़त्म हो गया है, वो बौखला गए हैं। राकेश टिकैत ने मंगलवार (फरवरी 23, 2021) को कहा कि किसान तैयार रहें क्योंकि इस बार 4 लाख नहीं, 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ संसद घरने के आह्वान होगा।
उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार चाहती है कि ऐसा न हो तो उसे तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना ही पड़ेगा। राजस्थान के सीकर में संयुक्त किसान मोर्चा की किसान महापंचायत को सम्बोधित करते हुए उन्होंने ये बातें कही। उन्होंने कहा, “दिल्ली कान खोल कर सुन ले, किसान भी वही रहेंगे और ट्रैक्टर भी। अबकी संसद का आह्वान होगा। कह कर संसद पर जाएँगे। किसान इंडिया गेट के पास के पार्कों में जुताई करेगा और फसल भी उगाएगा।”
Govt dispels Swaminathan report & thinks that too much crop rate (MSP) is being asked for. Why not establish an agriculture research centre in Parliament premises, grow crops there & decide their rates according to profit/loss after harvesting: Rakesh Tikait, BKU pic.twitter.com/t1fDCRQzh9
— ANI (@ANI) February 24, 2021
उन्होंने 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा की बात करते हुए इसे किसानों को बदनाम करने की साजिश करार दिया और कहा कि संसद के घेराव के लिए जल्द ही तारीख़ तय की जाएगी। उन्होंने बड़ी-बड़ी कंपनियों के गोदामों को ध्वस्त करने की धमकी देते हुए कहा कि देश के नेताओं को तिरंगे से प्यार नहीं है, किसानों को है। योगेंद्र यादव ने भी सभा को सम्बोधित किया। चूरू जिले के सरदार शहर में भी टिकैत ने जनसभा की।
उधर किसान नेताओं ने दावा किया है कि टिकरी धरने पर दिल्ली पुलिस द्वारा कुछ पोस्टर लगाए गए है जिसमें किसानों को धरना खाली करने की चेतावनी दी गई है। उनका कहना है कि इस तरह के पोस्टर प्रासंगिक नहीं है जहाँ किसान अपने मौलिक अधिकारों का प्रयोग करते हुए शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे है। दिल्ली की सीमा पर 3 महीने से अधिक समय से किसान धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं।