Saturday, July 27, 2024
Homeदेश-समाज'कान खोल कर सुन ले दिल्ली, 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ संसद घेरेंगे, इंडिया...

‘कान खोल कर सुन ले दिल्ली, 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ संसद घेरेंगे, इंडिया गेट पर फसल उगाएँगे’: राकेश टिकैत की धमकी

अब जब दिल्ली की सीमा पर से किसान लौट रहे हैं और किसान नेताओं को मिल रहा समर्थन भी ख़त्म हो गया है, वो बौखला गए हैं। राकेश टिकैत ने मंगलवार को कहा कि किसान तैयार रहें क्योंकि इस बार 4 लाख नहीं, 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ संसद घरने के आह्वान होगा।

‘भारतीय किसान यूनियन (BKU)’ नेता राकेश टिकैत ने अब 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली में स्थित संसद भवन को घेरने की धमकी दी है। अब जब दिल्ली की सीमा पर से किसान लौट रहे हैं और किसान नेताओं को मिल रहा समर्थन भी ख़त्म हो गया है, वो बौखला गए हैं। राकेश टिकैत ने मंगलवार (फरवरी 23, 2021) को कहा कि किसान तैयार रहें क्योंकि इस बार 4 लाख नहीं, 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ संसद घरने के आह्वान होगा।

उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार चाहती है कि ऐसा न हो तो उसे तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना ही पड़ेगा। राजस्थान के सीकर में संयुक्त किसान मोर्चा की किसान महापंचायत को सम्बोधित करते हुए उन्होंने ये बातें कही। उन्होंने कहा, “दिल्ली कान खोल कर सुन ले, किसान भी वही रहेंगे और ट्रैक्टर भी। अबकी संसद का आह्वान होगा। कह कर संसद पर जाएँगे। किसान इंडिया गेट के पास के पार्कों में जुताई करेगा और फसल भी उगाएगा।”

उन्होंने 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा की बात करते हुए इसे किसानों को बदनाम करने की साजिश करार दिया और कहा कि संसद के घेराव के लिए जल्द ही तारीख़ तय की जाएगी। उन्होंने बड़ी-बड़ी कंपनियों के गोदामों को ध्वस्त करने की धमकी देते हुए कहा कि देश के नेताओं को तिरंगे से प्यार नहीं है, किसानों को है। योगेंद्र यादव ने भी सभा को सम्बोधित किया। चूरू जिले के सरदार शहर में भी टिकैत ने जनसभा की।

उधर किसान नेताओं ने दावा किया है कि टिकरी धरने पर दिल्ली पुलिस द्वारा कुछ पोस्टर लगाए गए है जिसमें किसानों को धरना खाली करने की चेतावनी दी गई है। उनका कहना है कि इस तरह के पोस्टर प्रासंगिक नहीं है जहाँ किसान अपने मौलिक अधिकारों का प्रयोग करते हुए शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे है। दिल्ली की सीमा पर 3 महीने से अधिक समय से किसान धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

प्राइवेट सेक्टर में भी दलितों एवं पिछड़ों को मिले आरक्षण: लोकसभा में MP चंद्रशेखर रावण ने उठाई माँग, जानिए आगे क्या होंगे इसके परिणाम

नगीना से निर्दलीय सांसद चंद्रशेखर आजाद ने निजी क्षेत्रों में दलितों एवं पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण लागू करने के लिए एक निजी बिल पेश किया।

‘तुम कोटा के हो ब#$द… कोटा में रहना है या नहीं तुम्हें?’: राजस्थान विधानसभा में कॉन्ग्रेस विधायक ने सभापति और अधिकारियों को दी गाली,...

राजस्थान कॉन्ग्रेस के नेता शांति धारीवाल ने विधानसभा में गालियों की बौछार कर दी। इतना ही नहीं, उन्होंने सदन में सभापति को भी धमकी दे दी।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -