Friday, April 26, 2024
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गोवंशों की मौत पर भड़के CM योगी, 8 अफसर सस्पेंड: निराश्रित गोवंश को पालने पर मिलेंगे ₹900/माह

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अगर अधिकारियों की लापरवाही से गायों की मौत हुई है तो दोषियों के ख़िलाफ़ गोवध निवारण अधिनियम और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई भी होगी।

उत्तर प्रदेश के अयोध्या और मिर्जापुर में गोवंशों की लगातार होती मौत से नाराज़ होकर योगी आदित्यनाथ ने 8 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। इन अधिकारियों में मिर्जापुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी और अयोध्या के बीडीओ का नाम भी शामिल है। इसके अलावा योगी सरकार ने प्रयागराज व मिर्जापुर के कमिश्ननर से इस मामले की जाँच कर दोषियों पर कार्रवाई करने के निर्देश भी दे दिए हैं।

गौवंशों की बड़ी संख्या में होती मौत को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने अफसरों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अगर अधिकारियों की लापरवाही से गायों की मौत हुई है तो दोषियों के ख़िलाफ़ गोवध निवारण अधिनियम और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई भी होगी। 

मुख्यमंत्री ने इस मामले को संजीदगी से लेते हुए सभी जिलों के डीएम से रविवार (जुलाई 14, 2019) को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर बात की। उन्होंने इस दौरान अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। नवभारत टाइम्स की खबर के अनुसार सीएम योगी ने मामले पर कड़ा रुख अपनाते हुए मिल्कीपुर के बीडीओ, मिल्कीपुर के उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, पलियामाफी के ग्राम पंचायत अधिकारी, अयोध्या नगर निगम के कांजी हाउस प्रभारी डॉ. उपेंद्र कुमार और डॉ विजेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया।

इधर, इस मामले के मद्देनजर मिर्जापुर में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ एके सिंह, नगर पालिका के प्रभारी अधिशासी अधिकारी मुकेश कुमार और नगर अभियंता रामजी उपाध्याय को भी निलंबित कर दिया गया है।

साथ ही लखनऊ में विकास प्राधिकरण, उत्तर प्रदेश आवास विकास और नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे संयुक्त रूप से अभियान चलाकर अर्जुनगंज, शहीद पथ और शहर के अन्य हिस्सों में निराश्रित गोवंशों को कान्हा उपवन में रखने की व्यवस्था कराएँ।

कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोवंश के आश्रय स्थल के संचालन, निरीक्षण व भरण पोषण की जिम्मेदारी डीएम व सीवीओ की होगी। उन्होंने सभी जिलों के डीएम को आदेश दिया कि वे गौशालाओं का निरीक्षण कर उनकी व्यवस्था को दुरुस्त करें। इसके अलावा जो गौ पालक दूध निकाल कर पशुओं को सड़कों पर छोड़ देते हैं, उनके ख़िलाफ़ भी जुर्माने और दंड की सख्त कार्रवाई हो और निराश्रित गोवंश रखने वालों को 900 रुपए प्रतिमाह दिए जाएँ।

गौरतलब है कि बीते दिनों प्रदेश के कई इलाकों जैसे बाराबंकी, रायबरेली, हरदोई, जौनपुर, आजमगढ़, सुलतानपुर, सीतापुर, बलरामपुर और प्रयागराज में गौशालाओं में बदइंतजामी के चलते गायों की मौतें हो गई थीं। जिससे नाराज़ होकर सीएम योगी ने अपना यह फैसला लिया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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