कोलकाता नाइट राइडर्स के ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज पैट कमिंस सोमवार को कोरोना महामारी से जूझ रहे भारत के लिए आगे आए हैं। उन्होंने यहाँ के अस्पतालों में ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए पीएम केयर्स फंड में 50,000 डॉलर (लगभग 38 लाख रुपए) दान देने की घोषणा की है। कमिंस ने इस मदद का ऐलान सोशल मीडिया पर किया है।
उन्होंने ट्वीट किया, “भारत एक ऐसा देश है, जहाँ पिछले कुछ वर्षों से मुझे बहुत प्यार मिला है और यहाँ के लोग भी बहुत प्यारे और सपोर्टिंग हैं। मैं जानता हूँ कि पिछले कुछ समय से इस देश में कोरोना वायरस की वजह से काफी दिक्कतें पैदा हो गई हैं, जिससे यहाँ के अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी कमी देखने को मिली है। ऐसे में एक खिलाड़ी होने के नाते मैं पीएम केयर्स फंड में 50 हजार यूएस डॉलर (लगभग 38 लाख रुपए) सहायता राशि के रूप में देना चाहता हूँ और मैं अपने साथी खिलाड़ियों से भी गुजारिश करता हूँ कि वे भी मदद के लिए आगे आएँ।”
— Pat Cummins (@patcummins30) April 26, 2021
कमिंस की इस घोषणा के बाद से सोशल मीडिया पर काफी सकारात्मक रिएक्शन देखने को मिले थे, लेकिन ट्विटर पर कुछ लिबरल ने पैट कमिंस के इस कदम को लेकर हो रही राजनीति और अभद्र जवाब देने वालों का विरोध तक नहीं किया। ईएसपीएन के पत्रकारों से लेकर ऑनलाइन फिल्म समीक्षकों तक सभी रूपों में लिबरल्स लोग पीएम केयर्स फंड के फाउन्डेशन में कमिंस के दान को पचा नहीं पा रहे हैं, जबकि यह विशेष रूप से COVID-19 संकट से निपटने के लिए बनाया गया फंड है।
कमिंस के दान पर फ्यूमिंग लिबरल प्रतिक्रिया
बेंगलुरु स्थित एक ईएसपीएन पत्रकार अर्जुन नम्बूथरी ने ट्विटर पर बेहद नफरत फ़ैलाने वाली प्रतिक्रिया दी। उसने लिखा कि पीएम केयर्स फंड गलत जगह है दान करने के लिए। इतना ही नहीं नम्बूथरी ने Google डॉक का लिंक शेयर करते हुए कमिंस को पीएम केयर फंड की बजाय Google डॉक में सूचीबद्ध संगठनों को दान करने के लिए कहा।
एक अन्य लिबरल अपने भीतर की पीड़ा को छुपाने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने खिलाड़ी को तथाकथित योग्य, प्रामाणिक मूवमेंट को जोड़ने के लिए आगे बढ़ने की सलाह दी, जहाँ उन्हें लगता है कि पैट कमिंस को वास्तव में दान करना चाहिए। यह एक और उदाहरण है अपने देश को नीचा दिखाने का।
— Pat Cummins (@patcummins30) April 26, 2021
एक कॉन्ग्रेस समर्थक ने पैट कमिंस को उनकी उदारता के लिए सराहते हुए भी अपनी तुच्छता पर उतर आया। उसने कहा कि उन्होंने इसे गलत हाथों में दे दिया है। वह व्यक्ति बिना किसी तथ्य के दावा कर रहा है कि पीएम केयर्स फंड का इस्तेमाल मुख्य रूप से चुनाव जीतने के लिए किया जाता है।
Your generosity is immensely appreciated @patcummins30 But you’ve given it to the wrong hands. #PMCaresFund is a private, unaudited fund. It was made in the backdrop of #COVID19 but mainly used for winning elections.
— Silvester Clifford ✋ (@silvestercliff) April 26, 2021
Anyone contesting me come with an audited report of the same. https://t.co/oHFo04naDT
ट्विटर पर एक यूजर ने काफी बेरूखी से जवाब देते हुए कमिंस का दान स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
Keep that 50$ with you. Its of no use to people if you choose PMCARES.
— 𑀢𑀫𑀺𑀵𑁆 𑀘𑀼𑀢𑀸𑀓𑀭𑁆 | Cʜɪᴇғ SG (@tamizhsudhakar) April 26, 2021
Thanks for the concern. https://t.co/hGvKPsnjAy
पर्ल शाह ने ट्विटर पर कमिंस के इस काम के लिए उन्हें धन्यवाद दिया, लेकिन पीएम केयर फंड में जाने वाले इस धन पर सवाल उठाया।
What a nice gesture. But I wish it wasn’t the unaudited PMcares fund and a genuine charity. https://t.co/uAY6I7TdMy
— Pearl Shah (@PearlShah) April 26, 2021
सुचरिता त्यागी, जो एक छोटी सी YouTuber हैं और फिल्मों की समीक्षा करती हैं उन्होंने भी कमिंस से आग्रह किया कि वे पीएम केयर फंड में दान न करें। बाद में उसने भी अपना ट्वीट डिलीट कर दिया।
बता दें कि पैट कमिंस ने साथी क्रिकेटरों से भी कोरोनो वायरस महामारी के दौरान भारत को दान करने और मदद करने का आह्वान किया है। यह देखना दुखद है कि गैर भारतीय पिछले मतभेदों को भुलाकर आगे आ रहे हैं, ताकि भारत को कोरोना संकट से निपटने में मदद मिल सके, लेकिन हमारे भारतीय साथी इस मामले में बिल्कुल भी उदार नहीं हो सकते हैं।