दिल्ली पुलिस ने जहाँगीरपुरी हिंसा के दंगाइयों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए पाँच आरोपितों पर कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत आरोप लगाए गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाँचों को सख्त आतंकवाद विरोधी कानून के तहत आरोपित किया गया है, जो सरकार को किसी व्यक्ति को बिना औपचारिक आरोपों के महीनों तक हिरासत में रखने का अधिकार देता है। इन पाँच आरोपितों में सोनू शेख, जिसने भीड़ पर गोलियाँ चलाई थीं। अंसार, जो हिंसा का मुख्य साजिशकर्ता है। इसके अलावा सलीम, दिलशाद और अहीर शामिल हैं।
हनुमान जयंती पर दिल्ली के जहाँगीरपुरी इलाके में हुई हिंसा के बाद से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह यहाँ पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने सोमवार को दिल्ली पुलिस के आयुक्त राकेश अस्थाना और स्पेशल सीपी को फोन करके जहाँगीरपुरी हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। अमित शाह के निर्देश के बाद दिल्ली पुलिस इस हिंसा में अब तक कुछ नाबालिगों सहित 27 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
गौरतलब है कि दिल्ली के जहाँगीरपुरी इलाके में 16 अप्रैल को हनुमान जयंती पर शोभा यात्रा के दौरान हिंसा हुई थी। पुलिस के मुताबिक, कुछ उपद्रवियों ने यहाँ पथराव किया और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। इसके बाद हुई हिंसा में आम नागरिकों समेत कई पुलिस कर्मी घायल हो गए थे। ऐसी खबरें हैं कि शोभा यात्रा में तलवारें और हथियार भी लहराए गए थे।
बता दें कि इस मामले में लगातार कार्रवाई करते हुए सोमवार (अप्रैल 18, 2022) को दिल्ली पुलिस ने गोली चलाने वाले युनूस सोनू को गिरफ्तार किया था और उसके बाद खबर आई थी कि एक शेख हामिद नाम का व्यक्ति भी पकड़ा गया है।