पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के रहीमयार खान के पास स्थित भोंग शहर में कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकियों द्वारा भगवान गणेश के मंदिर में तोड़फोड़ की गई है। कट्टरपंथियों ने मंदिर में घुसकर भगवान गणेश और शिव-पार्वती की मूर्तियों को तोड़ दिया और मंदिर में लगे झूमर व घंटों को भी तहस-नहस कर दिया। इस हमले में मंदिर परिसर को भी काफी नुकसान पहुँचाया गया है।
सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने संज्ञान लेते हुए पाक उच्चायुक्त को तलब किया और अपना विरोध दर्ज कराया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान में पहले भी कई हिन्दू मंदिरों को निशाना बनाया गया है। एक बार फिर हिन्दू मंदिर पर हुआ हमला बताता है कि पाकिस्तान अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करने में पूरी तरह से असफल रहा है।
We’ve seen disturbing reports on social media of a violent mob attack on a Ganesh temple in Rahim Yar Khan in Punjab, Pakistan. Mob attacked the temple, desecrated holy idols & set fire to premises. The mob also attacked surrounding houses belonging to Hindu community: MEA Spox pic.twitter.com/VxFPNYyVlz
— ANI (@ANI) August 5, 2021
Pak Charge d’Affaires was summoned&firm protest was lodged expressing grave concerns at this reprehensible incident&attacks on freedom of religion of minority community & their places of worship, calling upon Pak to ensure safety, security &well-being of minority communities: MEA
— ANI (@ANI) August 5, 2021
पाकिस्तान में हिन्दू महिलाओं के अपहरण, बलात्कार और उनके धर्मांतरण की खबरें लगातार आती रहती हैं, लेकिन मुल्क की कुल जनसंख्या की मात्र 2.14% हिन्दू आबादी पर होने वाले अत्याचार सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं हैं। हिन्दुओं के व्यापार, घर-संपत्ति और पूजा स्थलों को भी लगातार निशाना बनाया जाता रहा है।
यहाँ हम पाकिस्तान के उन प्रमुख मंदिरों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, जो पिछले एक साल में इस्लामिक कट्टरपंथ की भेंट चढ़ गए।
भोंग का गणेश मंदिर
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में भगवान गणेश के मंदिर में बुधवार (04 अगस्त 2021) को हुए आतंकी हमले के बारे में बताया जा रहा है कि मंदिर में भगवान की मूर्तियों को पत्थर और लकड़ी के लट्ठ से मारकर तोड़ा गया। वो यहीं नहीं रुके। घटना को अंजाम देने के बाद उन्होंने मंदिर को आग के हवाले भी कर दिया। इस दौरान पाकिस्तान के इस्लामिक कट्टरपंथियों ने इस पूरी घटना को फेसबुक पर लाइव भी किया।
Attack on Hindu temple at Bhong City District Rahimyar Khan Punjab. Situation was tense since yesterday. Negligence by local police is very shameful. Chief Justice is requested to take action. pic.twitter.com/5XDQo8VwgI
— Dr. Ramesh Vankwani (@RVankwani) August 4, 2021
इस्लामाबाद का कृष्ण मंदिर
इस्लामाबाद में जुलाई 2020 में भगवान कृष्ण के निर्माणाधीन मंदिर पर हमला किया गया था। यह इस्लामाबाद का पहला हिन्दू मंदिर था। नगरीय प्रशासन ने पहले इस मंदिर के निर्माण के लिए फंड भी जारी किया था, जो बाद में रोक दिया गया था। वर्तमान में हिन्दू पंचायत द्वारा अपने खर्चे पर मंदिर का निर्माण किया जा रहा है।
हनुमान मंदिर पर हमला
पिछले साल अगस्त में सिंध के ल्यारी इलाके में विभाजन के पहले के हनुमान मंदिर को बिल्डर द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था। मंदिर के आसपास रहने वाले 18 परिवारों ने बताया कि वो बचपन से उस मंदिर को देखते आए हैं और वहाँ दर्शन के लिए जाते रहे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले बिल्डर ने मंदिर को किसी भी तरह का नुकसान न पहुँचाने की बात कही थी, लेकिन बाद में हिंदू समाज को धोखा दे दिया गया।
दुर्गा माता मंदिर को बना निशाना
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के नगरपारकर इलाके में साल 2020 में अक्टूबर में श्रीराम पर हमला हुआ था जहाँ, स्थापित माता दुर्गा माता की प्रतिमा के सिर को धड़ से अलग कर दिया गया था। साथ ही मंदिर को अज्ञात कट्टरपंथियों द्वारा अपवित्र करने का कार्य भी किया गया था।
Hindu temple in Nagarparkar vandalised and idol of a deity desecrated after the community held Navratri prayers. pic.twitter.com/4KsnAGzjdA
— Naila Inayat (@nailainayat) October 24, 2020
सैकड़ों की भीड़ ने तोड़ा कृष्ण द्वार मंदिर
बीते दिसंबर में सैकड़ों पाकिस्तानी कट्टरपंथियों की भीड़ ने खैबर पख्तूनख्वा के करक जिले में कृष्ण द्वार मंदिर को आग के हवाले कर दिया था। सन 1919 के इस मंदिर को 1947 में विभाजन के समय बंद कर दिया था और कई दशक बाद 2015 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ था। हालाँकि, इसी साल जुलाई में खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने 350 लोगों के खिलाफ यह कहते हुए केस वापस ले लिया था कि हिन्दुओं ने उन्हें माफ कर दिया है।
Temple being demolished by extremist in Pakistan. pic.twitter.com/hKmYHDGRhE
— Sidhant Sibal (@sidhant) December 30, 2020
रावलपिंडी का 100 साल पुराना मंदिर
इसी साल मार्च में रावलपिंडी के गैरिसन सिटी में कट्टरपंथियों ने निर्माणाधीन हिन्दू मंदिर में तोड़फोड़ की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 12 लोग मंदिर में घुस आए थे और उन्होंने मंदिर के दरवाजों समेत अन्य हिस्सों को नुकसान पहुँचाया था।
माता रानी के मंदिर में तोड़फोड़
जनवरी 2020 में सिंध के चाचरो में कट्टरपंथी इस्लामिक भीड़ ने माता रानी भटियाणी देवी के मंदिर पर हमला कर उसे नुकसान पहुँचाया था। भीड़ ने न केवल माता रानी की प्रतिमा को अपवित्र किया था, बल्कि हिन्दू धर्म ग्रंथों को भी जला दिया था।
हालाँकि, गणेश मंदिर में हुए हमले की खबर सोशल मीडिया पर फैलने के बाद फजीहत से बचने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट करके इस मामले में कार्रवाई करने की बात कही है। खान ने कहा है कि पंजाब प्रांत के आईजी को आरोपितों की गिरफ्तारी का आदेश दे दिया गया है साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर का जीर्णोद्धार सरकार कराएगी।
Strongly condemn attack on Ganesh Mandir in Bhung, RYK yesterday. I have already asked IG Punjab to ensure arrest of all culprits & take action against any police negligence. The govt will also restore the Mandir.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) August 5, 2021
वैसे पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के इस ट्वीट का कोई विशेष अंतर नहीं पड़ने वाला, क्योंकि पाकिस्तान में हिन्दुओं के प्रति जो धर्मांधता देखी जा रही है वह लगातार बढ़ती ही जा रही है और इसका खामियाजा हिन्दुओं के मंदिरों को भी भुगतना पड़ रहा है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के 365 हिन्दू मंदिरों में से 13 मंदिरों की देखरेख शरणार्थी ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड के पास है, बाकी मंदिर अपने हाल पर छोड़ दिए गए हैं।