Tuesday, November 26, 2024
HomeराजनीतिPM मोदी से खुश हैं हर 10 में से 8 भारतीय: अमेरिकी थिंक टैंक...

PM मोदी से खुश हैं हर 10 में से 8 भारतीय: अमेरिकी थिंक टैंक ‘Pew Research Center’ ने भी माना लोहा, सर्वे में खुलासा – 68% लोग मानते हैं बढ़ रहा भारत का कद

विदेशों की बात करें तो जापान में 45%, ऑस्ट्रेलिया में 41% और दक्षिण कोरिया में 40% लोगों ने नरेंद्र मोदी में विश्वास जताते हुए कहा है कि वो अच्छा कार्य कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता पर अब वाशिंगटन स्थित अमेरिकी थिंक टैंक ने भी मुहर लगा दी है। ठीक टैंक ने 23 देशों में सर्वे कर के पाया कि अधिकतर में भारत के प्रति भी सकारात्मक रवैया है। कुल मिला आकर 46% लोगों ने कहा है कि भारत को लेकर उनकी सोच सकारात्मक है। वहीं मात्र 34% ने इसके उलट बात कही। इससे साफ़ है कि भारत के प्रति दुनिया का नजरिया बदल रहा है। वहीं 16% लोग ऐसे हैं जिन्होंने भारत के संबंध में कोई विचार नहीं दिया।

भारत को लेकर सबसे ज़्यादा सकारात्मक रवैया इजरायल में है, जहाँ 71% लोगों ने कहा कि वो भारत को लेकर फेवरेबल सोच रखते हैं। यहाँ तक कि केन्या (64%), नाइजीरिया (60%) और यूके (66%) में भी अधिकतर लोगों की सोच भारत को लेकर सकारात्मक है। दक्षिण कोरिया (58%), जापान (55%), ऑस्ट्रेलिया (52%) और इटली (52%) भी अधिकतर लोगों का नजरिया भारत को लेकर सकारात्मक है। केवल दक्षिण अफ्रीका ही ऐसा देश है, जहाँ भारत को लेकर ाणफेवरेबल नजरिया 50% के पार (51%) है।

वहीं भारत में लोकप्रियता के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तूती बोलती है। विदेशों की बात करें तो जापान में 45%, ऑस्ट्रेलिया में 41% और दक्षिण कोरिया में 40% लोगों ने नरेंद्र मोदी में विश्वास जताते हुए कहा है कि वो अच्छा कार्य कर रहे हैं। अब आते हैं भारत पर। यहाँ 79% लोगों ने पीएम मोदी में भरोसा जताया है, जिनमें 24% का नजरिया सकारात्मक है, वहीं 55% का अति-सकारात्मक है। वहीं राहुल गाँधी को लेकर मात्र 26% लोगों का ही रवैया अति-सकारात्मक की श्रेणी में आ पाया।

कुल मिला कर 62% लोगों का राहुल गाँधी के प्रति फेवरेबल नजरिया है। वहीं कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की बात करें तो 46% लोगों का उन्हें लेकर फेवरेबल रवैया है। 34% लोगों ने राहुल गाँधी के प्रति अपने नज़रिये को नकारात्मक करार दिया है। वहीं 68% लोगों ने कहा है कि विश्व में भारत का कद बढ़ रहा है। वहीं इस रिसर्च में ये भी दावा किया गया है कि अधिकतर भारतीय वैश्विक मंच पर अमेरिका का कद बढ़ते हुए और चीन का कद घटते हुए देख रहे हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

सपा MLA के बेटे ने कहा- सांसद जियाउर्रहमान बर्क हमारे साथ, सुनते ही भीड़ ने शुरू कर दी पत्थरबाजी… तमंचे की गोलियाँ, अजीब हथियार...

संभल हिंसा में सपा सांसद और इसी पार्टी के विधायक के बेटे पर FIR हुई है। तमंचे से गोली चलने और अजीब चाकू मिलने की बात सामने आई है।

विकसित देशों ने की पर्यावरण की ऐसी-तैसी, पर क्लाइमेट चेंज से लड़ना गरीब देशों की जिम्मेदारी: दोगलई पर पश्चिम को भारत ने रगड़ा, 300...

भारत ने COP 29 समझौते पर प्रश्न खड़े किए हैं। भारत ने इस समझौते में स्वीकार की गई 300 बिलियन डॉलर को कम बताया है।
- विज्ञापन -