प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता पर अब वाशिंगटन स्थित अमेरिकी थिंक टैंक ने भी मुहर लगा दी है। ठीक टैंक ने 23 देशों में सर्वे कर के पाया कि अधिकतर में भारत के प्रति भी सकारात्मक रवैया है। कुल मिला आकर 46% लोगों ने कहा है कि भारत को लेकर उनकी सोच सकारात्मक है। वहीं मात्र 34% ने इसके उलट बात कही। इससे साफ़ है कि भारत के प्रति दुनिया का नजरिया बदल रहा है। वहीं 16% लोग ऐसे हैं जिन्होंने भारत के संबंध में कोई विचार नहीं दिया।
भारत को लेकर सबसे ज़्यादा सकारात्मक रवैया इजरायल में है, जहाँ 71% लोगों ने कहा कि वो भारत को लेकर फेवरेबल सोच रखते हैं। यहाँ तक कि केन्या (64%), नाइजीरिया (60%) और यूके (66%) में भी अधिकतर लोगों की सोच भारत को लेकर सकारात्मक है। दक्षिण कोरिया (58%), जापान (55%), ऑस्ट्रेलिया (52%) और इटली (52%) भी अधिकतर लोगों का नजरिया भारत को लेकर सकारात्मक है। केवल दक्षिण अफ्रीका ही ऐसा देश है, जहाँ भारत को लेकर ाणफेवरेबल नजरिया 50% के पार (51%) है।
वहीं भारत में लोकप्रियता के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तूती बोलती है। विदेशों की बात करें तो जापान में 45%, ऑस्ट्रेलिया में 41% और दक्षिण कोरिया में 40% लोगों ने नरेंद्र मोदी में विश्वास जताते हुए कहा है कि वो अच्छा कार्य कर रहे हैं। अब आते हैं भारत पर। यहाँ 79% लोगों ने पीएम मोदी में भरोसा जताया है, जिनमें 24% का नजरिया सकारात्मक है, वहीं 55% का अति-सकारात्मक है। वहीं राहुल गाँधी को लेकर मात्र 26% लोगों का ही रवैया अति-सकारात्मक की श्रेणी में आ पाया।
PM @narendramodi continues to lead the way as India's preferred leader! 🙌
— MyGovIndia (@mygovindia) August 30, 2023
With a remarkable 79% favorable rating and an impressive 55% holding a very high favorable view, he's clearly capturing hearts and minds. 📈📊 The people's voice is loud and clear – PM Modi is the top… pic.twitter.com/ZWHEdJZwPj
कुल मिला कर 62% लोगों का राहुल गाँधी के प्रति फेवरेबल नजरिया है। वहीं कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की बात करें तो 46% लोगों का उन्हें लेकर फेवरेबल रवैया है। 34% लोगों ने राहुल गाँधी के प्रति अपने नज़रिये को नकारात्मक करार दिया है। वहीं 68% लोगों ने कहा है कि विश्व में भारत का कद बढ़ रहा है। वहीं इस रिसर्च में ये भी दावा किया गया है कि अधिकतर भारतीय वैश्विक मंच पर अमेरिका का कद बढ़ते हुए और चीन का कद घटते हुए देख रहे हैं।