Tuesday, April 30, 2024
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‘आतंकी हमले’ से ऑस्ट्रेलिया में भड़का दंगा, जख्मी बिशप बोले – हमलावर के लिए प्रार्थना करो: अरबी बोलने वाले ने चर्च में घुसकर घोंप दिया था चाकू

उसने पादरी के सिर और छाती में कई बार वार किया। इमैनुएल को 2009 में प्रीस्ट और 2011 में बिशप की पदवी मिली थी। YouTube और TikTok पर उनके वीडियो क्लिप्स को लाखों व्यूज मिलते हैं। कोरोना के दौरान लॉकडाउन को उन्होंने 'सामूहिक दासता' करार दिया था।

ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में सोमवार (15 अप्रैल, 2024) को चर्च में हमले में 4 लोग घायल हो गए, जिसमें एक पादरी भी शामिल है। उक्त पादरी लोकप्रिय है और दुनिया भर में उसके अनुयायी हैं। चाकूबाजी की इस घटना के बाद स्थानीय लोगों और पुलिस में बहस भी हुई। सिडनी के डाउनडाउन से 30 किलोमीटर पश्चिम में स्थित सबअर्ब वेकले में हुए इस हमले के मामले में एक 15 वर्षीय किशोर को गिरफ्तार किया गया है। उसे एक चर्च में छिपाया गया, क्योंकि भीड़ उसे बाहर निकालने की माँग कर रही थी।

बोंडी क्षेत्र में बीचसाइड मॉल में हुए हमले की वारदात के बाद ये 3 दिनों में ऑस्ट्रेलिया में चाकूबाजी की दूसरी बड़ी वारदात थी। चर्च के सोशल मीडिया पेज पर लाइवस्ट्रीम से कैप्चर किए गए घटना के वीडियो में देखा जा सकता है कि ‘असीरियन क्राइस्ट द गुड शेफर्ड चर्च’ के बिशप मार मारी इमैनुएल सोमवार को एक शाम के परयर के दौरान बोल रहे थे, तभी एक व्यक्ति उनकी ओर आया और चाकू से हमला कर दिया। उसने पादरी के सिर और छाती में कई बार वार किया।

इस घटना से वहाँ मौजूद लोग चिल्लाने लगे। एक वीडियो में हमलावर को अरबी में चिल्लाते हुए सुना जा सकता है, जिसमें वो कह रहा है – “अगर वो हमारे पैगंबर का अपमान नहीं करते, तो मैं यहाँ नहीं आता। अगर वो हमारे मजहब में दखल नहीं देते, मैं यहाँ नहीं आता।” अब तक इस आतंकी वारदात के पीछे की मंशा का पता नहीं लगाया जा सका है। नाराज़ लोगों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की। 100 से अधिक पुलिस अधिकारियों को मामले को सँभालने के लिए बुलाया गया, जिनमें 2 घायल हुए। अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।”

2 लोगों ने तो मिर्च पाउडर भी स्प्रे किया। चूँकि घायल बिशप के अनुयायियों की संख्या काफी है, इसीलिए लोग गुस्से में थे। कैनी नाम के एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा कि वो उक्त बिशप से प्यार करता है, क्योंकि वो लॉर्ड के बारे में बताते हैं। हमलावर को एक गुप्त स्थान पर ले जाया गया है। घायलों में फादर आइजैक रॉयल भी शामिल हैं। चर्च ने अपने एक पोस्ट में कहा है कि ये प्रार्थनाओं का समय है, बिशप और फादर की इच्छा है कि आप सब हमलावर के लिए भी प्रार्थना करें।

इमैनुएल को 2009 में प्रीस्ट और 2011 में बिशप की पदवी मिली थी। YouTube और TikTok पर उनके वीडियो क्लिप्स को लाखों व्यूज मिलते हैं। कोरोना के दौरान लॉकडाउन को उन्होंने ‘सामूहिक दासता’ करार दिया था। वो कह चुके हैं कि UN (संयुक्त राष्ट्र) की स्थापना शैतान ने की थी। न्यू साउथ वेल्स में इन हमलों को लेकर बैठक भी हुई है, जिसमें कई मजहबी नेता शामिल रहे। ऑस्ट्रेलिया के यहूदी संगठनों ने भी सिडनी पर चर्च के हमले की निंदा की है।

वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि हमलावर ने ‘अल्लाह-हू-अकबर’ भी बोला और पुलिस ने इसे आतंकी हमला घोषित किया है। NSW के पुलिस कमिश्नर करेन वेब्ब ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं है। उन्होंने कहा कि इस हमले के बाद अगर बदले में हमले होते हैं तो कानून इससे निपटेगा। घटना के बाद हुई हिंसा में पुलिस की 20 कार क्षतिग्रस्त हुई है। भीड़ रोकने के लिए पुलिस को हेलीकॉप्टर तक लगाने पड़े।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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