Wednesday, April 23, 2025
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महात्मा गाँधी की प्रतिमा तोड़ लिखा ‘रेपिस्ट’ और ‘खालिस्तान’: कनाडा की घटना, ‘हेट क्राइम’ पर भारतीय दूतावास ने माँगा एक्शन

"अगर हम उस तरह से जीते हैं, जो गाँधी ने हमें जीना सिखाया था, तो हम किसी व्यक्ति या किसी समुदाय को चोट नहीं पहुँचाएँगे।"

कनाडा की राजधानी टोरंटो में मोहनदास करमचंद गाँधी (महात्मा गाँधी) की प्रतिमा तोड़े जाने का मामला सामने आया है। पूरा मामला टोरंटो के रिचमंड हिल स्थित विष्णु मंदिर की है। घटना बुधवार (13 जुलाई) को करीब साढ़े 12 बजे की है। पुलिस का कहना है कि वह इस मामले की जाँच हेट क्राइम के रूप में कर रहे हैं।

बता दें कि योंगी स्ट्रीट और गार्डेन अवेन्यू स्थित विष्णु मंदिर के परिसर में महात्मा गाँधी की करीब 5 मीटर ऊँची प्रतिमा लगी थी, जिसे कुछ लोगों ने तोड़ दिया है। साथ ही इस पर ‘खालिस्तान’ एवं ‘रेपिस्ट’ जैसा आपत्तिनजक शब्द लिख दिया। यॉर्क रीजनल पुलिस के प्रवक्ता एमी बौद्रेउ ने इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा कि ये आपत्तिजनक शब्द महात्मा गाँधी की प्रतिमा को खराब करने के इरादे से इस्तेमाल किया गया था।

फोटो साभार: Vishnu Mandir website

cbc.ca की एक रिपोर्ट के अनुसार, बौद्रेउ ने कहा, “जो लोग दूसरे लोगों की नस्ल, जाति, देश, भाषा, धर्म, उम्र, लिंग आदि के आधार पर नफरत करते हैं उनके साथ भेदभाव करते हैं, उनका अपमान करते हैं, उन पर कानूनी सीमा में रहकर मुकदमा चलाया जाएगा। हम मानते हैं कि घृणा अपराधों का समुदाय-व्यापी प्रभाव बेहद दूरगामी है। इसलिए हम हेट क्राइम या इस तरह की सभी घटनाओं की सख्ती से जाँच करते हैं।”

वहीं मंदिर के अध्यक्ष डॉ. बुधेंद्र दूबे ने तोड़फोड़ पर निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मंदिर शांति पार्क में प्रतिमा 30 साल से अधिक समय से स्थापित था लेकिन ऐसा कृत्य कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि वह इतने सालों से यहाँ रिचमंड हिल में इतनी शांति से रहते हैं, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, “अगर हम उस तरह से जीते हैं, जो गाँधी ने हमें जीना सिखाया था, तो हम किसी व्यक्ति या किसी समुदाय को चोट नहीं पहुँचाएँगे।”

भारत ने महात्मा गाँधी की प्रतिमा को तोड़े जाने की निंदा की

भारतीय अधिकारियों ने मामले में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे कनाडा में रहने वाले भारतीय समुदाय को आतंकित करने के लिए किया गया एक दुखद कृत्य बताया है। उन्होंने इस घटना पर दुख जाहिर करते हुए कहा कि इस घृणित घटना से कनाडा में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों की भावना को गहरी ठेस पहुँची है। 

ओटावा में भारतीय उच्चायोग ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। 14 जुलाई को एक ट्वीट में आयोग ने कहा कि इस घटना से काफी आहत है। यह हेट क्राइम है, जोकि भारतीय समुदाय के लोगों को डराने के लिए किया गया है। भारत ने इस मामले में कनाडा सरकार को संपर्क किया है और इस मामले की जाँच करने के लिए कहा है। साथ ही इस घटना के जो भी आरोपित हैं उन्हें सख्त सजा दिलाने की माँग की गई है।

बता दें कि इस पूरे मामले पर कनाडा के टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूतावास की ओर से भी ट्वीट किया गया है। महावाणिज्य दूतावास ने ट्वीट में लिखा, “हम रिचमंड हिल के विष्णु मंदिर में महात्मा गाँधी की प्रतिमा को तोड़े जाने से व्यथित हैं। बर्बरता के इस आपराधिक, घृणित कृत्य ने कनाडा में भारतीय समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुँचाई है। हम इस हेट क्राइम की जाँच के लिए कनाडा के अधिकारियों के संपर्क में हैं।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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