आतंकवाद पर चीन का चेहरा एक बार फिर बेनकाब हो गया है। चीन ने 26/11 आतंकी हमले में शामिल लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी साजिद मीर (Sajid Mir) को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर अड़ंगा लगा दिया। भारत और अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र में यह प्रस्ताव रखा था। चीन इससे पहले भी साजिद मीर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के प्रस्ताव को रोक चुका है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत और अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अल-कायदा प्रतिबंध समिति 1267 के समक्ष साजिद मीर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने का प्रस्ताव रखा था। इस प्रस्ताव में मीर की संपत्ति जब्त करने से लेकर उसकी यात्रा पर प्रतिबंध लगाने और हथियारों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने की बात कही गई थी। लेकिन चीन ने एक बार फिर वीटो लगाते हुए साजिद मीर को बचा लिया।
China blocks proposal by India and US at United Nations to designate LeT terrorist Sajid Mir, wanted in 26/11 attacks, as global terrorist
— Press Trust of India (@PTI_News) June 20, 2023
इससे पहले, सितंबर 2022 में साजिद मीर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए एक प्रस्ताव लाया गया था। हालाँकि, तब भी चीन ने इस प्रस्ताव पर रोक लगा दी थी। बता दें कि साजिद मीर भारत और अमेरिका का मोस्ट वांटेड आतंकी है। साजिद साल 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले में शामिल था। इस हमले में भारतीयों सहित अमेरिकी नागरिक भी इस्लामी आतंकवाद का शिकार बन गए थे। ऐसे में अमेरिका ने उस पर 5 लाख डॉलर का इनाम रखा हुआ है।
गौरतलब है कि जून 2022 में पाकिस्तान की आतंकवाद निरोधी अदालत ने टेरर फंडिंग मामले में साजिद मीर को 15 साल से अधिक की सजा सुनाई थी। दिलचस्प बात यह है कि पहले पाकिस्तान दावा करता था कि साजिद मीर मर चुका है। लेकिन भारत, अमेरिका समेत अन्य कई देश उसकी मौत का सबूत माँग रहे थे। हालाँकि इसके बाद एफएटीएफ (फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स) के दबाव के बाद पाकिस्तान ने कथित तौर पर साजिद मीर के खिलाफ एक्शन लिया था।
मसूद अजहर को भी बचाता रहा है चीन
ज्ञात हो कि इससे पहले चीन आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषणा करने के प्रस्ताव पर भी रोक लगाता रहा है। हालाँकि दुनियाभर के देशों के सामने बार-बार बेनकाब होने के बाद आखिरकार मई 2019 में चीन मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए तैयार हो गया था। अब मसूद अजहर एक वैश्विक आतंकी है।