जर्मनी में रहने वाली भारतीय मूल की सिख महिला ने एक पाकिस्तानी व्यक्ति से निकाह कर लिया है। निकाह के लिए महिला ने अपना धर्म और नाम भी बदल लिया है। मस्जिद के इमाम द्वारा इस संंबंध में धर्म परिवर्तन का प्रमाण पत्र भी जारी किया गया है। अब तक जसप्रीत कौर के नाम से पहचाने जाने वाली महिला अब जैनब के नाम से जानी जाएगी।
जसप्रीत कौर पंजाब के लुधियाना की रहने वाली हैं और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के रहने वाले अली अर्सलान नाम के मुस्लिम व्यक्ति से निकाह किया है। निकाह से पहले उन्होंने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सियालकोट में स्थित जामिया हनाफिया मस्जिद में इस्लाम अपनाया। यहीं पर उन्हें नया इस्लामी नाम जैनब भी दिया गया।
पाकिस्तानी मीडिया हाउस ट्रिब्यून के अनुसार, जामिया हनाफिया मस्जिद/मदरसा के प्रशासकों ने कहा कि 38 साल की जसप्रीत कौर उन 2,000 से अधिक गैर-मुस्लिम लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने उनके संस्थान में इस्लाम अपनाया है। मस्जिद ने जसप्रीत कौर के धर्मांतरण का सर्टिफिकेट जारी किया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यूरोपीय देश जर्मनी में रहने के दौरान जसप्रीत कौर और अली अर्सलान के बीच जान-पहचान हुई थी। इसके बाद अर्सलान ने जसप्रीत कौर को पाकिस्तान आने का निमंत्रण दिया। इसके बाद जसप्रीत कौर पाकिस्तान पहुँची और इस्लाम की जानकारी हासिल की।
जसप्रीत कौर को तीर्थयात्रा के लिए 16 जनवरी 2024 को पाकिस्तान जाने का वीजा मिला था। जसप्रीत कौर को अप्रैल 2024 तक पाकिस्तान में रहने की अनुमति मिली है। जसप्रीत कौर के पास भरतीय पासपोर्ट है और उसे जर्मनी के म्यूनिख शहर से जारी किया गया है।
बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच अंतर-धार्मिक शादी या निकाह होने पर यह बात दोनों देशों में सुर्खियाँ बन जाती हैं। कुछ महीने पहले पाकिस्तान की रहने वाली सीमा हैदर अपने प्रेमी से मिलने के बाद नेपाल आई थी और यहाँ से वह भारत आ गई थी। सीमा अपने चार बच्चों को लेकर आई और भारत के सचिन मीणा से शादी करके साथ में रहने लगी।
सीमा हैदर की कहानी पाकिस्तान और भारत में खूब सुर्खियाँ बटोरीं। पाकिस्तान में इसे इस्लाम के अपमान के तौर पर देखा जाने लगा। इसी बीच भारत की रहने वाली अंजू अपने प्रेमी नसरुल्लाह से मिलने के लिए पाकिस्तान जा पहुँची। वहाँ उसने अपने प्रेमी से धर्म बदलकर निकाह कर लिया और कुछ महीने साथ रहने के बाद वापस भारत लौट आई।