Wednesday, April 24, 2024
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2000 यौन दासियों के साथ किम जोंग उन महल में कैद, कोरोना वायरस से बचने को निकाला यह तरीका: मीडिया रिपोर्ट

कुछ लड़कियों के बारे में कहा जाता है कि वे नाबालिग थीं और उन्हें बहुत कम उम्र में सेक्स स्लेव बनने के लिए मजबूर किया गया था। उत्तर कोरिया के ही प्रत्यक्षदर्शियों ने आरोप लगाया है कि लड़कियों को स्क्वाड का सदस्य बनने से पहले उनके कुँवारी होने की पुष्टि की जाती है, जिसके लिए उन्हें बहुत ही सघन मेडिकल परीक्षण से गुजरना पड़ता है।

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के बारे में कई रिपोर्ट आ चुकी है। उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए के अनुसार पहले यह बताया गया कि एक उर्वरक कारखाने के उद्घाटन में भाग लेने के लिए वो पिछले 21 दिनों में पहली बार सार्वजनिक तौर पर दिखे। इस बीच तानाशाह किम जोंग उन के स्वास्थ्य और संभावित मौत पर बढ़ती अटकलों ने तब तेज़ी पकड़ ली थी, जब वे उत्तर कोरिया के सबसे महत्वपूर्ण दिन यानी अपने दिंवगत दादा की जयंती में उपस्थित नहीं हुए थे।

अब एक नया खुलासा हुआ है। द सन द्वारा प्रकाशित एक नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उत्तर कोरियाई तानाशाह जनता की नज़रों से इसीलिए गायब थे, क्योंकि वह कोरोना वायरस से बचने के लिए कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्वी हिस्से में स्थित वॉनसन में अपने निजी लक्जरी विला में 2000 सेक्स स्लेव्स के साथ जीवन व्यतीत कर रहे हैं।

Satellite image © 2020 Maxar Technologies-38 North/Handout via REUTERS.

खबरों के मुताबिक, सैटेलाइट चित्रों के द्वारा किम जोंग उन की अपनी निजी ट्रेन के अलावा लग्जरी नावों को वॉनसन विला के पास तैनात देखा गया है।

वॉनसन में किम जोंग उन का निजी विला

कोरियन तानाशाह ने 2015 में अपने दिवंगत दादा के “प्लेजर स्क्वाड” (टॉप अधिकारियों के मनोरंजन के लिए नाबालिग लड़कियों के दस्‍ते बनाए जाते हैं, जिन्‍हें Pleasure Squad कहते हैं) या गुप्त सेक्स मनोरंजन के किप्पुमो को फिर से शुरू कर दिया। द सन ने बताया कि 2000 महिलाओं को किम ने “प्लेजर स्क्वाड” के रूप में विला में रखा है।

पिछला “प्लेजर स्क्वाड” दिसंबर 2011 में पुराने तानाशाह की मौत पर समाप्त कर दिया गया था, लेकिन आधिकारिक तीन साल की शोक अवधि समाप्त होने के बाद, किम ने 2015 में फिर अपना खुद का “प्लेजर स्क्वाड” शुरू किया।

अखबार ने बताया कि उनके अति-संरक्षित महलों की दीवारों के भीतर, उनकी “प्लेजर स्क्वाड” उच्च-रैंकिंग वाले उत्तर कोरियाई अधिकारियों के लिए मनोरंजन प्रदान करती है।

2000 लड़कियों के हरम को “राष्ट्र के कुलीन वर्ग के लिए गाने और नृत्य करने के लिए रखा जाता है- साथ ही वे अलग-अलग तरह के यौन संबंधित चीजों में भाग लेती हैं।” मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, किम को अपने लव ऑफ बूज़ (बढ़िया के शराब के शौक) और बढ़िया भोजन के लिए भी जाना जाता है और “प्लेजर स्क्वाड” को उनके इन सभी सुखों का हमेशा ध्यान रखना होता है।

कुछ लड़कियों के बारे में कहा जाता है कि वे नाबालिग थीं और उन्हें बहुत कम उम्र में सेक्स स्लेव बनने के लिए मजबूर किया गया था। उत्तर कोरिया के ही प्रत्यक्षदर्शियों ने आरोप लगाया है कि लड़कियों को स्क्वाड का सदस्य बनने से पहले उनके कुँवारी होने की पुष्टि की जाती है, जिसके लिए उन्हें बहुत ही सघन मेडिकल परीक्षण से गुजरना पड़ता है।

उत्तर कोरिया के संस्थापक, किम इल-सुंग का “प्लेजर स्क्वाड”

देश (उत्तर कोरिया) के शाश्वत राष्ट्रपति माने जाने वाले व उत्तर कोरिया के संस्थापक किम इल-सुंग ने अपने शासनकाल के दौरान “प्लेजर स्क्वाड” की शुरुआत की थी। 1970 के दशक के अंत में, उन्होंने अपने अधिकारियों को क्लब में शामिल होने के लिए देश भर से सबसे आकर्षक महिलाओं और लड़कियों को ढूँढ निकालने के लिए भेजा।

किम इल-सुंग का कुँवारी लड़कियों के विषय में एक धारणा थी कि उनके साथ यौन संबंध बनाने से उन्हें लड़कियों की जीवन-शक्ति को अब्ज़ॉर्ब करने में मदद मिलती है। इसके लिए लड़कियों के माता-पिता को सूचित किया जाता था कि उनकी बेटियों को एक महत्वपूर्ण मिशन पर किम इल-संग (Kim il-sung) की सेवा के लिए चुना गया है, और इस मामले में उनकी तरफ से कोई आपत्ति नहीं होती थी। 20 वर्ष की उम्र में अपने यौन कर्तव्यों से “सेवानिवृत्त” होने के बाद उत्तर कोरिया की सेना में उच्च पदस्थ अधिकारी तब उन महिलाओं पर अपनी पत्नी होने का दावा करते थे।

किम जोंग उन के मौत की अफवाहें

रिपोर्ट्स के अनुसार, किम जोंग उन ने 11 अप्रैल को पार्टी पोलित ब्यूरो की अध्यक्षता की। राज्य के मीडिया ने अगले दिन रिपोर्ट किया कि नेता ने लड़ाकू जेट का निरीक्षण किया था। उसके बाद किम देश की मीडिया रिपोर्ट्स से गायब हो गए थे।

15 अप्रैल को अपने दादा के जन्मदिन के समारोह में न पहुँचने पर उनके खराब स्वास्थ्य और संभावित मृत्यु के बारे में अटकलें सामने आईं। उनकी अनुपस्थिति ने लोगों के दिमाग में काफ़ी सवाल पैदा कर दिए। एक ऑनलाइन मीडिया आउटलेट, जिसे उत्तर कोरियाई डिफेक्टर्स द्वारा चलाया जाता है, ने बताया कि तानाशाह का पिछले महीने हृदय का इलाज चल रहा था। इसमें यह भी कहा गया था कि 30 वर्षीय किम को भारी धूम्रपान, मोटापे और थकान के कारण तत्काल उपचार की आवश्यकता थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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