Friday, April 26, 2024
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फिर से ईसाई हुक्ड क्रॉस को हिन्दू स्वस्तिक बताने में लगे विदेशी, ‘डेली मेल’ की पत्रकार प्रोपेगंडा में आगे: नाजियों के चिह्न से एकदम अलग है सनातन प्रतीक

बता दें कि पश्चिमी मीडिया नाजियों के हुक्ड क्रॉस या हेकेनक्रेज को हिंदू धर्म के शुभ प्रतीक स्वस्तिक बताकर प्रोपेगेंडा फैलाती रही है।

‘स्वस्तिक’ और ‘हुक्ड क्रॉस’ के बीच अंतर को लेकर दुनिया भर में कन्फ्यूजन है। खासकर पश्चिमी मीडिया ने इस कन्फ्यूजन को बढ़ाने का काम किया है। इसका ताजा उदाहरण ‘डेली मेल’ की एक कॉलमनिस्ट ने अपने ट्वीट से पेश किया है। उन्होंने कहा कि न्यूयॉर्क टाइम्स ने ‘हनुक्का’ की पहली रात को इजरायल विरोधी एक क्रॉसवर्ड पहेली जारी किया है, जिसके बारे में सोशल मीडिया में लोगों का कहना है कि ये स्वस्तिक की तरह दिख रहा है। वह आगे कहती हैं – “हम तुम्हें देख लेंगे न्यूयॉर्क टाइम्स।” ‘हनुक्का’ यहूदियों का पवित्र पर्व है। यहूदी इस पर्व को प्रकाश उत्सव की तरह मनाते हैं।

कॉलमनिस्ट मेघान मैक्केन द्वारा शेयर की गई तस्वीर किसी भी एंगल से स्वस्तिक नहीं दिख रही है। एक ट्विटर यूजर ने उनके ट्वीट का जवाब देते हुए कहा, “यह हुक्ड क्रॉस है न कि स्वस्तिक। आपको हनुक्का मुबारक। भगवान आपको सद्बुद्धि दे। कृपया हमारे खिलाफ नरसंहार को भड़काए नहीं।”

बता दें कि पश्चिमी मीडिया नाजियों के हुक्ड क्रॉस या हेकेनक्रेज को हिंदू धर्म के शुभ प्रतीक स्वस्तिक बताकर प्रोपेगेंडा फैलाती रही है। इससे विश्व भर में हिंदुओं के खिलाफ और उनके धर्मस्थलों पर हमले बढ़ रहे हैं। कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, ब्रिटेन में हिंदुओं पर इसे लेकर कई बार हमले हुए हैं। इन हमलों को लेकर भारत सरकार को विदेशों में रहने वाले हिंदुओं को लेकर चेतावनी जारी करनी पड़ी।

दरअसल, इन देशों में रहने वाले हिंदू और हिंदू संगठन लगातार वहाँ के अधिकारियों और सरकार को बताते रहे हैं कि नाजियों के हुक्ड क्रॉस और हिंदुओं के स्वस्तिक में भारी अंतर है। इस अंतर को समझते हुए हुक्ड क्रॉस को स्वस्तिक से ना जोड़ा जाए और ना ही उसे स्वस्तिक कहा जाए। इसके बावजूद हिंदू विरोधी मीडिया संस्थान हिंदुओं के इस प्रतीक का इस्तेमाल कर उनके खिलाफ हिंसा के लिए स्थानीय लोगों को लगातार उकसा रहे हैं।

अमेरिका के राज्यों और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों ने इस अंतर को समझते हुए इसके लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश भी दिए हैं। 23 अगस्त 2022 को अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया ने इसको लेकर एक कानून भी पारित किया था। कैलिफोर्निया राज्य की सीनेट ने सर्वसम्मति से एक विधेयक AB2282 पारित किया।

इस विधेयक में नाजी हेकेनक्रेज़ (जर्मन में हुक्ड क्रॉस) के प्रदर्शन को अपराध बनाया गया है। इसके साथ ही इसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि यह स्वस्तिक जैसा दिखता है, लेकिन यह बिल हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म और जैन धर्म से जुड़े स्वस्तिक के प्रदर्शन को अपराधीकरण नहीं करता। इसका मतलब स्पष्ट है कि कैलिफोर्निया की सीनेट मानती है कि हिंसा को प्रतीक बना हुक्ड क्रॉस हिंदुओं के स्वस्तिक से अलग है।

वहीं, ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स संसद (NSW Parliament) ने हेक्रेनक्रेज के प्रदर्शन को अपराध घोषित किया, लेकिन स्वस्तिक को उससे अलग रखा। इसी तरह का बिल ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया और क्वींसलैंड में पास किया गया। यहाँ भी सरकारों ने हिंदुओं के माँग को ध्यान में रखते हुए नाजी हेकेनक्रेज और स्वस्तिक से अलग माना।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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