Sunday, September 1, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीय'गायब' होने के बाद पहली बार दिखे जैक मा... लेकिन चायनीज मीडिया ने छुपा...

‘गायब’ होने के बाद पहली बार दिखे जैक मा… लेकिन चायनीज मीडिया ने छुपा ली ‘असली पहचान’: रहस्य गहराया

चीन में अफवाहों का बाजार गर्म है कि अलीबाबा का नियंत्रण चीन सरकार अपने हाथ में ले सकती है ऐसे में ग्‍लोबल टाइम्‍स ने भी जैक मा को इंग्लिश टीचर से उद्यमी बनने वाला बताया है और जैक मा के परिचय में उस अलीबाबा का जिक्र तक नहीं किया गया जिसकी स्‍थापना खुद उन्‍होंने की है।

अलीबाबा संस्थापक जैक मा (jack ma) के गायब होने की खबरों के बीच वह पहली बार सार्वजनिक तौर पर नजर आए हैं। चीन के सरकारी मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया है कि बुधवार (जनवरी 20, 2021) को उन्होंने चीन के 100 ग्रामीण शिक्षकों के साथ वीडियो लिंक के जरिए संवाद किया। जैक मा ने शिक्षकों से कहा, "जब कोरोना वायरस खत्‍म हो जाएगा तो हम फिर मिलेंगे।"

गौरतलब है कि चीन में अफवाहों का बाजार गर्म है कि अलीबाबा का नियंत्रण चीन सरकार अपने हाथ में ले सकती है ऐसे में ग्‍लोबल टाइम्‍स ने भी जैक मा को इंग्लिश टीचर से उद्यमी बनने वाला बताया है और जैक मा के परिचय में उस अलीबाबा का जिक्र तक नहीं किया गया जिसकी स्‍थापना खुद उन्‍होंने की है।

बता दें कि इस वीडियो के आने से पहले जैक मा करीब दो महीने से किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में नहीं दिखाई दिए थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जैक मा ने चीन के वित्तीय नियामकों और सरकारी बैंकों की पिछले साल अक्टूबर में दिए गए भाषण की आलोचना की थी। इसी आलोचना के बाद उनका और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ विवाद भी हुआ और इस विवाद के बाद से वो लगभग दो महीने से नजर नहीं आए थे।

उससे पहले वह अपने ही टीवी शो ‘अफ्रीका के बिजनेस हीरो’ में नजर आने वाले थे, लेकिन उनकी गैर उपस्थिति ने कई सवाल खड़े कर दिए। शो में उनकी जगह किसी और शख्स को भेज दिया गया। टीवी शो में शामिल नहीं होने पर अलीबाबा के प्रवक्ता ने कहा कि शेड्यूल को लेकर हुए विवाद की वजह से वे टीवी शो में शामिल नहीं हुए।

मालूम हो कि चीन की सरकार अलीबाबा ग्रुप पर मोनोपोली यानी एकाधिकार के गलत इस्तेमाल को लेकर तहकीकात कर रही है। अलीबाबा ने कहा था कि उन्हें एसएएमआर (SAMR) के जरिए एंट ग्रुप (Ant Group) को भी नोटिस भी भेजा गया है। यह जैक-मा की ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा डॉट कॉम और फिनटेक एंपायर के लिए बहुत बड़ा झटका माना गया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जनता की समस्याएँ सुन रहे थे गिरिराज सिंह, AAP पार्षद शहज़ादुम्मा सैफी ने कर दिया हमला: दाढ़ी-टोपी का नाम ले बोले केंद्रीय मंत्री –...

शहजादुम्मा मूल रूप से बेगूसराय के लखमिनिया का रहने वाला है। वह आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता है जो वर्तमान में लखमिनिया से वार्ड पार्षद भी है।

चुनाव आयोग ने मानी बिश्नोई समाज की माँग, आगे बढ़ाई मतदान और काउंटिंग की तारीखें: जानिए क्यों राजस्थान में हर वर्ष जमा होते हैं...

बिश्नोई समाज के लोग हर वर्ष गुरु जम्भेश्वर को याद करते हुए आसोज अमावस्या मनाते है। राजस्थान के बीकानेर में वार्षिक उत्सव में भाग लेते हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -