Wednesday, March 19, 2025
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयइमरान के झूठ के साथी बने पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, पकड़े गए...

इमरान के झूठ के साथी बने पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, पकड़े गए तो त्यौरियाँ चढ़ाने लगे

"किसके एजेंडे पर काम कर रहे हो?" जब कुरैशी को कोई जवाब नहीं सूझा तो वे जावेद चौधरी पर ही बिफ़रने लगे। "अब आप मुझे बताएँगे या तय करेंगे कि कौन-से देश ने UN में पाकिस्तान का समर्थन किया है या नहीं? जो लिखना है लिख दो।" झल्लाए हुए कुरैशी का यह जवाब था।

जब एक पाकिस्तानी पत्रकार ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से उन “58” देशों की सूची माँग ली, जिन्होंने पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में हिंदुस्तान के खिलाफ प्रस्ताव के समर्थन का कथित वादा किया था, तो कुरैशी को गुस्सा आ गया। पाकिस्तानी चैनल एक्सप्रेस न्यूज़ के होस्ट जावेद चौधरी कुरैशी का इंटरव्यू ले रहे थे, जब यह वाकया हुआ। कुरैशी लगातार इमरान खान के उस झूठ का समर्थन करते जा रहे थे, जिसमें इमरान ने मानवाधिकार आयोग में “58 देशों” का समर्थन पा लेने का दावा किया था।

https://youtu.be/vBUZE3C_c64

किसके एजेंडे पर काम कर रहे हो?

“किसके एजेंडे पर काम कर रहे हो?” जब कुरैशी को कोई जवाब नहीं सूझा तो वे जावेद चौधरी पर ही बिफ़रने लगे। “अब आप मुझे बताएँगे या तय करेंगे कि कौन-से देश ने UN में पाकिस्तान का समर्थन किया है या नहीं? जो लिखना है लिख दो।” झल्लाए हुए कुरैशी का यह जवाब था।

जब कुरैशी से चौधरी ने इमरान खान के दावे का समर्थन अपने खुद के ट्विटर हैंडल से करने के बारे में पूछा, तो चौधरी का आपा ही खो गया। “नहीं! नहीं! दिखाइए मुझे जो ट्वीट मैंने लिखा था। वो मत दिखाइए जो प्रधानमंत्री ने लिखा था। आपने कहा मेरे ट्वीट। दिखाइए मुझे। मुझे मेरा ट्वीट चाहिए।” कुरैशी न केवल ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगे, बल्कि उन्होंने जावेद चौधरी पर “एजेंडा चलाने” का आरोप भी मढ़ दिया।

ट्वीट दिखाने पर भी “इसमें गलत क्या है?”

यहाँ तक कि जब चौधरी को उनका वह ट्वीट दिखा दिया गया, जिसमें उन्होंने “50 से अधिक देशों” के UNHRC में पाकिस्तान के समर्थन का दावा किया था, तो भी उन्हें समझ नहीं आया कि उसमें गलत क्या है। “मैंने जो कहा, उस पर मैं कायम हूँ। इसमें इतनी हैरत की क्या बात है? आप किसका एजेंडा चला रहे हो?” गौरतलब है कि UNHRC में सदस्यों की संख्या ही महज़ 47 है, जबकि कुरैशी और उनके बॉस इमरान खान “50 से अधिक”/”58” देशों के समर्थन का दावा कर रहे थे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘किसी भी हिंदू को छोड़ेंगे नहीं, पुलिस को अब दिखा देंगे’: कौन है नागपुर दंगों का मास्टरमाइंड फहीम खान, 1200 पर FIR

नागपुर हिंसा में 6 FIR दर्ज हो चुकी हैं। इनमें 1200 से अधिक लोग आरोपित बनाए गए हैं। 50 लोग गिरफ्तार भी हुए हैं। पुलिस बाक़ी की तलाश के लिए दबिश दे रही है।

वो ‘डॉक्टर’, जिसने फोड़ ली आँखें… अब मौत: रैगिंग के कारण मर गई जिनकी बेटी, बीड़ी बनाने वाली उस बूढ़ी माँ के लिए केरल...

होनहार छात्रा सावित्री अपने परिवार का जीवन बदलना चाहती थी। कॉलेज में रैगिंग के बाद अवसाद में चली गईं। आँख खोने के बाद अब निधन भी।
- विज्ञापन -