पाकिस्तान आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। इसी बीच पाकिस्तान एयर फोर्स (PAF, पीएएफ) ने अपनी आजादी दिवस पर एक नया राष्ट्रगीत लॉन्च किया। इस गाने के लॉन्च होने के बाद पाकिस्तानियों ने पीएएफ की जमकर आलोचना की। कुछ गाली-गलौच पर भी उतर गए।
14 अगस्त पाकिस्तान का आजादी दिवस होता है। इसे भारत में हालाँकि ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ कहा जाता है। रविवार, 14 अगस्त 2022 को पाकिस्तान एयर फोर्स ने जब एक गाना लॉन्च किया तो ‘भूख से बिल-बिला रहे पाकिस्तानी’ भड़क गए।
बड़े उत्साह के साथ पाकिस्तानी वायु सेना ने अपनी आजादी की 75वीं वर्षगाँठ पर आधारित 4 मिनट लंबे गीत को लॉन्च किया। उन्हें लेकिन कहाँ पता था कि पैसों की तंगी से जूझ रहे देशवासियों का पेट गाने से नहीं बल्कि खाने से भरेगा।
पाकिस्तान एयर फोर्स (PAF, पीएएफ) ने एक बयान में कहा, “ये गीत पाकिस्तानी वायु सेना के उन जवानों के साहस और बहादुरी को श्रद्धांजलि देता है, जिन्होंने दुश्मन के साथ हवाई लड़ाई में बहादुरी की कहानियाँ गढ़ीं और देश की प्रतिष्ठा बढ़ाई।”
पाकिस्तानी नागरिक हालाँकि पीएएफ के देश प्रेम की इस नाटकीयता से प्रभावित नहीं दिखे। उन्होंने मुश्किल समय में गाने पर पैसे खर्च करने के लिए पाकिस्तानी वायुसेना को जमकर लताड़ा। तंगी के दिनों में इस गीत से गुस्साए नागरिकों की प्रतिक्रिया देखते हुए, पाकिस्तान वायु सेना के आधिकारिक यूट्यूब चैनल ने कॉमेंट सेक्शन ही बंद कर दिया। इसके बावजूद पीएएफ अपने देश के नागरिकों के गुस्से का सामना करने से नहीं बच सकी। सोशल मीडिया में गाने को लेकर पाकिस्तानियों ने अपने वायुसेना की जमकर आलोचना की।
एक फेसबुक पोस्ट में, ‘स्टार्टअप पाकिस्तान’ ने पोस्ट किया था, “पाकिस्तान वायु सेना ने स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष पर नया राष्ट्रीय गीत लॉन्च किया।”
इस मामले पर शाह हुसैन खान ने लिखा, “हमें गाना नहीं न्याय चाहिए।” एक अन्य फेसबुक यूजर ने चुटकी लेते हुए कहा, “गरीबी, महंगाई, भ्रष्टाचार, अस्थिर अर्थव्यवस्था और सत्तारूढ़ दलों की खराब मानसिकता को हराने के लिए हमें बस एक नए राष्ट्रीय गीत की जरूरत है। धन्यवाद पाक एयरफोर्स।”
वन आर फरियाह खान ने टिप्पणी की कि कैसे पाकिस्तान वायु सेना और उसके सशस्त्र बलों के अन्य विंग देश के खजाने को सुखा रहे हैं। एक अन्य यूजर ने पाकिस्तान वायु सेना पर कटाक्ष किया और व्यंग्यात्मक रूप से सुझाव दिया कि भारत नया गीत सुनने के बाद कश्मीर (जो भारत का अभिन्न अंग है) को पाकिस्तान को सौंप सकता है।
“महान उपलब्धि। आशा है कि हम इस म्यूजिक इंडस्ट्री से और अच्छी खबरें सुनेंगे” – यह टिप्पणी मलिक जान ने की।
एक यूजर अहमद जुबैर ने टिप्पणी की, “माशाअल्लाह। महंगाई को मात देने के लिए बहुत जरूरी है। आशा है कि यह हमारी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा। शानदार कदम पाक वायु सेना।”
अम्मार अहमद ने कहा, “मीडिया बिजनेस में शामिल होने के लिए पीएएफ को बधाई।”
फेसबुक यूजर अरसल अहमद ने पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, “बाजवा प्रमुख गायक हैं।”
एक यूजर फैजान नूर ने कमेंट किया, “पाकिस्तान को एक राष्ट्रगान लॉन्च करने के लिए बधाई, यह दिखाने के लिए कि अब हम कितने मूल्यवान हैं, यह दिखाने के लिए कि मुद्रा कैसे गति में है, हम कैसे एएफजी में आतंकवादी गतिविधि करने के लिए जमीन देते हैं, यह दिखाने के लिए कि हमारे राजनेता हमारे उद्योगों के विकास के लिए कितने सक्षम हैं। भविष्य के विकास के लिए और गाने गाएँ। पाकिस्तान जिंदाबाद।”
पाकिस्तान आर्थिक संकट की स्थिति से गुजर रहा है। इस साल जुलाई में वहाँ की मुद्रास्फीति 21.3% तक पहुँच गई है। पाकिस्तान की सेना अति राष्ट्रवाद के जरिए जनता की मूलभूत सुविधाओं से जुड़े सार्वजनिक मुद्दों को भटकाने में सक्षम थी, लेकिन अब हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि पैसों की तंगी से जूझ रहे पाकिस्तानी उनकी बातों में नहीं आ रहे।