Saturday, July 27, 2024
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हमास का समर्थन, PM मोदी को गाली, हिंदुओं से घृणा… अमेरिकी संस्था ने रिद्धि पटेल को नौकरी से निकाला, हत्या की धमकी के बाद हुई थी जेल

बयान में कहा गया, "सीआरपीई पिछले 35 वर्षों से हमारे सभी कार्यों और संबंधों में सत्यनिष्ठा, व्यावसायिकता और सम्मान के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। इस घटना के परिणामस्वरूप, हमने रिद्धि पटेल को बर्खास्त करने का निर्णय लिया।"

अमेरिका में रहने वाली भारतीय मूल की फिलीस्तीन समर्थक और हिंदू विरोधी रिद्धि पटेल को उनकी नौकरी से निकाल दिया गया है। वह ‘सेंटर ऑफ रेस, पावर्टी एन्ड एनवायरनमेंट’ संस्था में काम करती थीं। अब इसी संस्था ने अपने एक्स अकॉउंट पर रिद्धि को जॉब से निकालने की जानकारी दी है।

एक्स पर एक पोस्ट में सीआरपीई ने कहा कि वे हिंसा या अनैतिक व्यवहार की किसी भी धमकी की निंदा करते हैं। सीआरपीई ने कहा, “इस घटना के परिणामस्वरूप, हमने रिद्धि पटेल को बर्खास्त करने का निर्णय लिया है।”

एक्स पर साझा किए गए बयान में कहा गया है, “सेंटर ऑन रेस, पॉवर्टी एंड द एनवायरनमेंट (सीआरपीई) को 10 अप्रैल, 2024 को बेकर्सफील्ड सिटी काउंसिल की बैठक में हमारे पूर्व कर्मचारी रिद्धि पटेल से जुड़ी एक घटना के बारे में पता चला। हम हिंसा या अनैतिक व्यवहार की किसी भी धमकी की स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं। हम पिछले 35 वर्षों से हमारे सभी कार्यों और संबंधों में सत्यनिष्ठा, व्यावसायिकता और सम्मान के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। इस घटना के परिणामस्वरूप, हमने रिद्धि पटेल को बर्खास्त करने का निर्णय लिया। हम मानते हैं कि यह एक कठिन स्थिति है, और हम इसे अत्यंत सावधानी और संवेदनशीलता के साथ संभालने में लगे हुए हैं।”

बयान में आगे बताया गया कि सीआरपीई अपने मिशन पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेगा, वह जिनकी सेवा करते हैं उनकी सेवा भी करते रहेंगे। संस्था ने कहा कि वह अहिंसा, समावेशिता और सम्मान की संस्कृति को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम हैं।

बता दें कि रिद्धि पटेल 28 वर्षीय भारतीय मूल की हिंदू विरोधी, हमास समर्थक हैं। पूर्व में अच्छी एथलीट होने के कारण उन्हें सीआरपीई में नौकरी मिली थी। हालाँकि, उससे हाथ उन्हें इसलिए धोना पड़ा क्योंकि कुछ दिन पहले ही उन्होंने कैलिफोर्निया स्थित बेकर्सफील्ड में वहाँ के मेयर को मारने की धमकी दी थी जिसके फौरन बाद मेयर करेन गोह ने उन्हें हिरासत में लेने के लिए पुलिस से कहा था। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद जब उन्हें कोर्ट ले जाया गया तो वहाँ रोने लगी थी। इसकी वीडियो भी सोशल मीडिया पर आई थी, जिसे देखते हुए लोग बोल रहे थे कि पहले धमकी देते हुए रोना नहीं आया, अब सजा मिलने पर क्यों रो रही हो।

मालूम हो कि पटेल का हिंदू विरोधी इतिहास रहा है। उसने हमास के समर्थन में ही नहीं, बल्कि पीएम मोदी के लिए अकसर उलटा सीधा कहा है। रिद्धि पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा और ‘हिन्दू फासीवाद’ को ‘फक यू’ कहते हुए अपशब्दों का इस्तेमाल किया था। वो फिलिस्तीन के समर्थन में अक्सर प्रदर्शन करती रही हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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