Friday, October 4, 2024
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चूल्हे में भून कर जब मार डाला था नवजात को, तब हँस रहा था जो पत्रकार… अब खुद मारा गया: रो रहे जुबैर-राणा और वामपंथी गैंग

रेफात अल-अरीर (Refaat Al-Areer) नाम का पत्रकार इस्लामी हमास आतंकियों का बचाव करता था। उसने यहाँ तक दावा कर दिया था गाजा के इस्लामी हमास आतंकियों को 'फँसाने' के लिए इजराइल ने ही अपने नागरिकों को मार डाला था।

इजराइल-हमास युद्ध में रेफात अल-अरीर (Refaat Al-Areer) नाम का एक कथित पत्रकार मारा गया। रेफात की मौत 7 दिसंबर 2023 को हवाई हमले के दौरान हुई। हमास का समर्थन और प्रचार करना, इसके उलट इजरायल के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाना और यहूदी-विरोधी बातें लिखना – मारे गए रेफात की कथित पत्रकारिता इन्हीं बातों के आसपास घूमती थी।

भारत में रह कर यहीं की रोटी खाने वाले ऐसे बहुत हैं जो ज्ञात-अज्ञात कारणों से फिलिस्तीन की सहलाते रहते हैं, उसके लिए आँसू बहाते हैं। मोहम्मद जुबैर ने इजराइल को बदनाम करने के लिए रेफात अल-अरीर की मौत का सहारा लिया।

सहानुभूति बटोरने के लिए जुबैर ने ट्वीट कर लिखा, “रेफात अल-अरीर को आज इजराइल ने मार डाला।” इस ट्वीट में जुबैर ने रेफात का हाल में दिए एक इंटरव्यू वीडियो को भी लगाया है। इसमें वो इजराइल हमले में गाजा के सभी लोगों के मारे जाने के डर से रो रहा है। हास्यास्पद यह है कि इसी शख्स ने माइक्रोवेव अवन में जला कर मार डाले गए इजरायली बच्चे की मौत का मजाक उड़ाया था।

मोहम्मद जुबैर ने ट्वीट किया तो राणा अयूब कैसे पीछे रहती! उसने भी रोना चालू रखा… बिल्कुल एकसमान अंदाज में। उसने ट्वीट किया, “और उन्होंने उसे मार डाला।”

29 अक्टूबर 2023 को डोविड इफ्यून नाम के एक पत्रकार ने खबर दी कि हमास के इस्लामी आतंकियों ने एक इजरायली यहूदी बच्चे की बेरहमी से हत्या कर दी। बच्चे की जली हुई लाश माइक्रोवेव अवन में मिली। ट्विटर इस खबर का मजाक उड़ाते हुए रेफात अल-अरीर (Refaat Al-Areer) ने लिखा था – “बेकिंग पाउडर के साथ या उसके बिना।”

बच्चे की मौत पर जिसको सूझा मजाक… वो खुद मारा गया

आपको बता दें कि केक जैसी चीज बनाने के लिए बेकिंग पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है। मतलब इस्लामी आतंकी हमास का समर्थक रेफात एक मरे हुए बच्चे की तुलना खाने लायक सामग्री से कर रहा था। लेकिन गाजा वाले हिस्से पर जब इजरायली सेना ने तबाही मचानी शुरू की तो रेफात को मौत का डर सताने लगा, विदेशी-वामपंथी मीडिया को रो-रो कर इंटरव्यू देने लगा।

रेफात अल-अरीर यहूदियों और इजरायल से कितनी नफरत करता था, उसके लिए 1 या 2 ट्वीट काफी नहीं हैं। वो कभी इजरायल के नेताओं को हिटलर के समान बताता था। कभी वो यहूदीवाद और नाजीवाद को एक ही बताता है।

यह जानना भी जरूरी है कि रेफात खुले तौर पर हमास का समर्थन और प्रचार करता था। उसके अनुसार इस्लामी आतंकी संगठन हमास को ‘फँसाने’ के लिए इजराइल ने अपने ही नागरिकों को मार डाला।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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