Saturday, November 16, 2024
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अमेरिका में दंगों पर चीनी मीडिया बम बम, रोनित रॉय से सीख रहे दंगाई कैसे छिपाएँ चेहरा

चीन की मीडिया ने अमेरिका में हो रहे दंगों और लूटपाट पर खुशी ज़ाहिर की है। उधर अमेरिकी दंगाई चेहरा छुपाने के लिए 'ऑनलाइन क्लास' की मदद ले रहे। इसके लिए वो बॉलिवुड हीरो और इंडियन TV के चर्चित नाम रोनित रॉय के मास्क ट्यूटोरियल का सहारा ले रहे।

अमेरिका के मिनीपोलिस शहर में पिछले हफ्ते पुलिस हिरासत में मारे गए अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड के बाद चीन की मीडिया ग्लोबल टाइम्स और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र पीपुल्स डेली ने शनिवार (31 मई, 2020) को वहाँ हुए दंगे और लूटपाट पर खुशी ज़ाहिर की। उधर अमेरिकी दंगाई चेहरा छुपाने के लिए ‘ऑनलाइन क्लास’ की मदद ले रहे। इसके लिए वो बॉलिवुड हीरो और इंडियन TV के चर्चित नाम रोनित रॉय के मास्क ट्यूटोरियल का सहारा ले रहे।

क्यों खुश है चीनी मीडिया

एक बार अमेरिकी हाउस की स्पीकर नैन्सी पेलोसी (Nancy Pelosi) ने हॉन्गकॉन्ग के प्रदर्शनों पर टिप्पणी करते हुए विरोध को एक ‘ब्यूटीफुल साइट’ के रूप में बताया था। जिसको लेकर ग्लोबल टाइम्स के संपादक हु जिजिन (Hu Xijin) ने उन पर मौजूदा स्थिति को लेकर कटाक्ष करते कहा, “अब यह ‘ब्यूटीफुल साइट’ हॉन्गकॉन्ग से निकल कर अमेरिका के दर्जनों राज्यों में फैल गया है। अमेरिका के राजनेता अब अपनी खुद की खिड़कियों से यह नजारा देख सकते हैं।”

हु जिजिन (Hu Xijin) ने अमेरिकी एडमिनिस्ट्रेशन से सवाल करते हुए कहा कि क्या चीनी सरकार और नेशनल पीपुल्स कॉन्ग्रेस को अफ्रीकी-अमेरिकियों और अमेरिकी समाज के निचले तबके के विरोध-प्रदर्शन के समर्थन में बयान जारी कर देना चाहिए?

उसने लिखा, “अगर चीन अमेरिका में विरोध प्रदर्शनों का समर्थन नहीं करता है, तो बाद में वो अपने हॉन्गकॉन्ग कार्ड को कैसे खेल सकता है? आखिरकार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को हॉन्गकॉन्ग मामलों पर चीन के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।”

ग्लोबल टाइम्स ने शुक्रवार को रिपोर्ट किया कि यूनाइटेड स्टेट में हो रहे दंगों को चीन में सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी ‘ब्यूटीफुल साइट’ के रूप में बताया है। सीसीपी के मुखपत्र में दावा किया गया है कि चीन के एक सोशल मीडिया यूज़र ने चीन और अमेरिका के कानून और व्यवस्था की स्थिति की तुलना करके हॉन्गकॉन्ग के प्रोटेस्टर्स का मजाक उड़ाया। उसने हॉन्गकॉन्ग के प्रदर्शनकारियों पर व्यंग्य करते हुए कहा, “जिस देश से आप मदद की भीख माँग रहे हैं, उस पर बेहतर नज़र डालें।”

अमेरिकी दंगों का रोनित रॉय कनेक्शन

कोरोना वायरस से बचने के लिए रोनित रॉय ने घर बैठे मास्क बनाने की विधि बताई थी। तब उनका यह वीडियो इंडियन लोगों में भी काफी फेमस हुआ था। अब वही वीडियो घूमते-टहलते अमेरिका पहुँच गया है। लेकिन इस बार वीडियो का मकसद कोरोना वायरस से बचाव नहीं है। मकसद है पुलिस से बचना, अपनी पहचान छुपाना।

मतलब रोनित रॉय के वीडियो का इस्तेमाल अमेरिका के दंगाई कर रहे हैं। उसे ट्विटर पर डाल भी रहे हैं।

बता दें कि 46 वर्षीय अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की एक मिनिपोलिस पुलिस अधिकारी के हाथों मौत हो गई। कथित तौर पर उस मिनिपोलिस पुलिस अधिकारी ने फ्लॉयड की गर्दन पर लगभग 9 मिनट तक अपना घुटना रखा। जॉर्ज फ्लॉयड इस दौरान घुटना हटाने की गुहार लगाता रहा। उसने यह भी कहा कि वह साँस नहीं ले पा रहा है। लेकिन पुलिस अधिकारी नहीं पिघला और फ्लॉयड की मौत हो गई। इसके बाद लोगों का गुस्सा पुलिस के प्रति भड़क गया और हिंसक रुप ले लिया।

शनिवार को यह विरोध प्रदर्शन पूरे देश में फैल गया। जिसके कारण कई शहरों ने कर्फ्यू लगा दिया गया। फिलाडेल्फिया में प्रदर्शनकारियों ने मियामी में राजमार्ग को यातायात को बंद करने के दौरान एक मूर्ति को गिराने की कोशिश भी की।

वहीं शनिवार को, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रदर्शनकारियों पर सख्त होने के लिए मिनिसोटा के अधिकारियों से आग्रह किया। साथ ही स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सैन्य समर्थन की पेशकश की।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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