जिस युद्ध का अंदेशा पिछले कई दिनों से जताया जा रहा था वह शुरू हो गया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने टेलीविजन के जरिए देश को संबोधित करते हुए पूर्वी यूक्रेन में ‘स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन’ के आदेश दिए। इसके बाद यूक्रेन के कई शहरों में धमाके की आवाज सुनी गई। यूक्रेन की राजधानी कीव पर मिसाइलें दागी जाने की खबर है।
इससे पहले पुतिन ने अपने संबोधन में कहा, “मैं यूक्रेन की आर्मी से कहना चाहूँगा कि आपके पुरखे और हम साझा लड़ाई लड़ते रहे हैं। आप अपने हथियार डाल घर चले जाएँ। यूक्रेन के ऐसे सैनिकों को सुरक्षित घरों तक पहुँचाया जाएगा। ऐसा नहीं करने पर उन्हें परिणाम भुगतना होगा।” रूसी राष्ट्रपति ने इस युद्ध में हस्तक्षेप को लेकर दुनिया को भी चेताया है। उन्होंने कहा है, “जो हो रहा है उसमें यदि कोई बाहरी देश घुसता है तो उसे तुरंत जवाब मिलेगा। ऐसा होगा जो इतिहास ने कभी नहीं देखा होगा। मैं उम्मीद करता हूँ मेरी आवाज सुनी जाएगी।”
पुतिन ने संबोधन में कहा कि यूक्रेन द्वारा पेश किए जा रहे खतरों के जवाब में यह कार्रवाई की जा रही है। रूस का लक्ष्य यूक्रेन पर कब्जा करना नहीं है। उन्होंने दावा किया कि इसका मकसद नागरिकों की रक्षा करना है।
Anyone who tries to interfere with us, or even more so, to create threats for our country & our people, must know that Russia’s response will be immediate and will lead you to such consequences as you have never before experienced in your history: Russian President Vladimir Putin pic.twitter.com/xSCWPTByWv
— ANI (@ANI) February 24, 2022
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से अपने सैनिकों को यूक्रेन पर हमला करने से रोकने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने सुरक्षा परिषद की आपात बैठक में रूसी राष्ट्रपति से अपने सैनिकों को यूक्रेन में प्रवेश करने से रोकने के लिए कहा है।
#BREAKING UN chief tells Putin: ‘Stop your troops from attacking Ukraine’ pic.twitter.com/q7ynapm5ls
— AFP News Agency (@AFP) February 24, 2022
संयुक्त राष्ट्र अमेरिका ने रूस की कार्रवाई की निंदा की है तो वहीं पुतिन ने अमेरिका और उसके सहयोगियों पर यूक्रेन को नाटो में शामिल होने से रोकने और मॉस्को सुरक्षा गारंटी की पेशकश करने की रूस की माँग की अनदेखी करने का आरोप लगाया।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, “पूरी दुनिया की प्रार्थनाएँ आज यूक्रेन के लोगों के साथ हैं क्योंकि वे रूसी सैन्य बलों द्वारा एक अकारण और अनुचित हमले का शिकार हुए हैं। राष्ट्रपति पुतिन ने एक पूर्व नियोजित युद्ध चुना है जो मानव पीड़ा के साथ जीवन हेतु एक विनाशकारी नुकसान लाएगा।”
इधर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शांति बनाए रखने की अपील की है। देश के नाम संबोधन में जेलेंस्की ने यह भी बताया कि उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फोन करने की कोशिश की थी, लेकिन क्रेमलिन की ओर से कोई जवाब नहीं मिला। राष्ट्रपति ने देर रात अपने संबोधन में रूस के उन दावों को खारिज कर दिया कि उनका देश रूस के लिए खतरा पैदा कर रहा है। उन्होंने कहा कि रूस के आक्रमण से लाखों जिंदगियाँ प्रभावित होंगी।
वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा, “यूक्रेन के लोग और यूक्रेन की सरकार शांति चाहते हैं। लेकिन अगर हम पर हमला होता है, अगर हम अपने देश, अपनी स्वतंत्रता, अपने जीवन और अपने बच्चों के जीवन को छीनने के प्रयास का सामना करते हैं, तो हम अपनी रक्षा करेंगे। जब आप हम पर हमला करेंगे तो हम सामने खड़े दिखाई देंगे न कि पीठ दिखाकर भाग खड़े होंगे।”
Ukraine will defend itself and will win. Putin has just launched a full-scale invasion of Ukraine. Peaceful Ukrainian cities are under strikes. This is a war of aggression. The world can and must stop Putin. The time to act is now: Ukraine Foreign Minister
— ANI (@ANI) February 24, 2022
(file pic) pic.twitter.com/KyD2IQ9yVe
वहीं यूक्रेन के विदेश मंत्री ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यूक्रेन अपना बचाव करेगा और जीतेगा। पुतिन ने अभी-अभी यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू किया है। यूक्रेन के शांतिपूर्ण शहरों पर हमले हो रहे हैं। यह आक्रामकता का युद्ध है। दुनिया पुतिन को रोक सकती है और उसे रोकना भी करना चाहिए। अब कार्रवाई का समय आ गया है।”
“The situation where I was living is fine as the place is far from the border. But our embassy told us to leave; came back after the advisory was issued,” says an MBBS student who returned from Ukraine in the wake of #RussiaUkraineConflict pic.twitter.com/P2bvRJErql
— ANI (@ANI) February 24, 2022
इधर गुरुवार (24 फरवरी 2022) को यूक्रेन से भारतीयों को लेकर IGI एयरपोर्ट पर पहुँचा। इसमें छात्र भी शामिल है। वहाँ से लौटी MBBS की छात्रा ने कहा, “मैं जहाँ रह रही थी वहाँ की स्थिति ठीक है क्योंकि वह जगह बॉर्डर से दूर है। लेकिन हमारे दूतावास ने हमें जाने के लिए कहा। एडवाइजरी जारी होने के बाद हम वापस आ गए।”