मसूद हाशमी नाम के एक राजनीतिक विश्लेषक ने गुरुवार (23 सितंबर, 2021) को एक टीवी शो में विवादित दावा किया। उसने कहा कि हिंदू माता-पिता दहेज से बचने के लिए अपनी बेटियों को मुस्लिम पुरुषों के पीछे लगाते हैं। उसने यह विवादित टिप्पणी ज़ी हिंदुस्तान पर प्रसारित होने वाले शो ‘शंखनाद’ के दौरान की। इसके बाद एंकर ने उसे शो से बाहर जाने को कहा।
नीचे टीवी शो के वीडियो (लगभग 37 मिनट, 40 सेकंड पर) में आप हाशमी को यह कहते सुन सकते हैं , “हिंदू माता-पिता अपनी जवान बेटियों को मुस्लिम के पीछे लगाते हैं और कहते हैं कि हिंदू धर्म में तो हम तेरी शादी कर नहीं सकते, क्योंकि यहाँ पर दहेज प्रथा है। मुस्लिम तो बगैर दहेज के शादी कर लेता है, तो तू किसी मुस्लिम को सेट कर शादी कर ले।” मसूद हाशमी ने यह टिप्पणी इस्लाम कबूल करने पर ‘जन्नत’ मिलने के दावों पर की थी।
इसके बाद एंकर रोहित रंजन ने हाशमी को बीच में ही टोक दिया और उसे शो से बाहर जाने को कहा।उन्होंने कहा, “आप उठिए और जाइए। ऐसी घटिया सोच और मानसिकता वाले लोगों का कहीं भी स्वागत नहीं है। आप कौन होते हैं हिंदू धर्म पर सवाल उठाने वाले? क्या आपके पास इस बात का कोई सबूत है, जो आपने अभी क्या कहा? डिबेट में बैठ कर निराधार दावे कर रहे हैं। आप गुनहगार को गुनहगार न बोलो और ऊपर से तमाशा करते रहो। आप हिंदू धर्म के ऊपर सवाल उठा रहे हो। मुझे बेशर्म लोगों से बात करने में बड़ी दिक्कत है और आपकी बेशर्मी हद से ज्यादा है। जिस वक्त आपको हिंदू धर्म समझ में आएगा, उस वक्त मैं आपको फिर से बुलाऊँगा।”
हाशमी ने दावा किया कि एंकर इसलिए गुस्से में थे क्योंकि उन्होंने उनके मुँह पर ‘सच’ कहा था। रोहित रंजन ने उन्हें कार्यक्रम से बाहर कर दिया और अपने दर्शकों के सामने स्पष्ट कर दिया कि उनके शो में हिंदू आस्था का, सनातन धर्म का मजाक बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सनातन का मज़ाक़ बनाओ, हिंदू बेटियों के ख़िलाफ़ बोलो और हम ख़ामोश रहेंगे? अभी तो बस शो से बाहर निकला है… ज़ुबान पर लगाम लगाओ… ना ग़लत कहते हैं ना सुनेंगे… pic.twitter.com/cbrv2XM8y2
— Rohit Ranjan (@irohitr) September 23, 2021
रंजन ने ट्वीट करते हुए लिखा, “सनातन का मज़ाक़ बनाओ, हिंदू बेटियों के खिलाफ बोलो और हम खामोश रहेंगे? अभी तो बस शो से बाहर निकला है। ज़ुबान पर लगाम लगाओ। ना गलत कहते हैं ना सुनेंगे।”
बता दें कि यह शो हाल ही में उत्तर प्रदेश में सामने आए धर्मांतरण रैकेट के ऊपर था। उत्तर प्रदेश एटीएस ने धर्मांतरण मामले में 21 सितंबर 2021 को मौलाना कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तार किया था। वह 10 दिनों की पुलिस रिमांड पर है। एटीएस ने एक बयान में बताया था कि मौलाना सिद्दीकी अपने मदरसों, सामाजिक और मजहबी संस्थानों की आड़ में देशव्यापी धर्मांतरण का रैकेट चला रहा था और इसके लिए उसे विदेश से फंडिंग भी मिल रही थी। पुलिस ने कहा था कि 64 वर्षीय मौलाना जामिया इमाम वलीउल्लाह ट्रस्ट चलाता है, जो कई मदरसों को फंड करता है, जिसके लिए उसे बड़ी विदेशी फंडिंग मिली थी।
यूपी एटीएस ने जून में उमर गौतम और उसके सहयोगी की गिरफ्तारी के बाद बड़े पैमाने पर जाँच अभियान शुरू किया था। कथित तौर पर, दोनों ने अपने अन्य सहयोगियों के साथ इस्लामिक दावा सेंटर (IDC) नामक एक संगठन चलाया, ताकि लोगों को शादी, नौकरी और पैसे और मानसिक दबाव जैसे प्रलोभनों के माध्यम से इस्लाम में परिवर्तित किया जा सके। जाँच में गौतम और उसके साथियों को मिली अवैध विदेशी फंडिंग का भी खुलासा हुआ था।