Sunday, July 13, 2025
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BJP की प्रेस कॉन्फ्रेंस से पत्रकारिता के ‘नाराज फूफा’ गायब

गौर करने वाली बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछने की प्रबल इच्छा रखकर महागठबंधन की रैली से लेकर चार्टर प्लेन में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ घूमने वाले NDTV के वरिष्ठ पत्रकार कहीं नजर नहीं आ रहे हैं।

आम चुनाव के नतीजों से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह मीडिया के सामने आए हैं। शुक्रवार (17 मई, 2019) को नई दिल्ली स्थित (भारतीय जनता पार्टी) मुख्यायल में पार्टी चीफ अमित शाह की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए।

प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में अमित शाह ने कहा कि संगठन के आकार पर हमने मोदी जी के कामों को नीचे तक पहुँचाने का लगातार प्रयास किया। 2006 में हमारे पास छह सरकारें थीं, पर आज 19 सरकारें हैं। शाह ने यह भी बताया कि मोदी सरकार पाँच साल में लगभग 133 योजनाएँ लेकर आई।

नाराज फूफा कहीं नजर नहीं आ रहे

देखने वाली बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछने की प्रबल इच्छा रखकर महागठबंधन की रैली से लेकर चार्टर प्लेन में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ घूमने वाले NDTV के वरिष्ठ पत्रकार कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। विगत 4-5 सालों में देखने को मिला है कि अक्सर यह पत्रकार, शादी-बरात में नाराज फूफा की तरह ही मीडिया और प्राइम टाइम में नजर आते रहे हैं।

यह भी संभव है कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के समय वो किसी ट्रांसलेटर से अपने किसी फेसबुक पोस्ट का अनुवाद करवाने में व्यस्त हों या फिर किसी आम वाले के पास बैठकर आम की विभिन्न किस्मों पर चर्चा कर रहे हों। आखिरी बार पत्रकारिता का यह नाराज फूफा बेगूसराय में कम्युनिस्ट कामरेड कन्हैया कुमार से एक कठिन सवाल पूछते देखे गए थे। यह कठिन सवाल था, “आप शादी कब करेंगे?”

खुद को ज़रूरत से ज़्यादा गंभीरता से लेने वाले गिरोह विशेष के पत्रकार को ऐसा तो नहीं लगा कि BJP कार्यालय में जाना उनके आदर्शों के खिलाफ है और अब यह कसम खा रखी हो कि जब तक मोदी रेंगते हुए उनके निजी आवास पर नहीं आएँगे वो कठिन सवाल पूछेंगे ही नहीं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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