एक यूट्यूब चैनल है ‘News Headlines’ नाम का, जो लगातार फेक न्यूज़ फैलाने में लगा हुआ है। ये कोई छोटा-मोटा यूट्यूब चैनल नहीं है, बल्कि इसके 9.67 लाख सब्सक्राइबर्स हैं, यानी एक मिलियन के करीब। इसके 3 वीडियो ऐसे हैं, जिन पर 50 लाख से भी अधिक व्यूज आ चुके हैं। अब तक 32 करोड़ व्यूज इस यूट्यूब चैनल के वीडियोज को मिल चुके हैं। खास बात ये है कि YouTube ने फर्जी खबरें फैलाने वाले ‘News Headlines’ चैनल को वेरिफाइड का टिक दिया हुआ है।
इस चैनल के वीडियोज के शीर्षकों पर एक नज़र डालिए – ‘मोदी ने सौंपी राष्ट्रपति को कमान, देश में राष्ट्रपति शासन लागू’, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस्तीफा, नितिन गडकरी को मिलेगी कमान’, ‘नहीं रहे संघ प्रचारक भागवत, अचानक हार्ट अटैक से हुआ निधन, देश भर में छाई शोक की लहर’, ‘भाजपा के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का इस्तीफा’, ‘कॉन्ग्रेस के साथ आए अमिताभ बच्चन’, ‘कॉन्ग्रेस को नितिन गडकरी का समर्थन’, ‘सुप्रीम कोर्ट में नरेंद्र मोदी दोषी करार’, ’16 लाख वोट गुजरात में अवैध घोषित’, ‘हार्दिक पटेल ने कॉन्ग्रेस में की घर वापसी’ इत्यादि।
खास बात ये है कि ये यूट्यूब चैनल अपने थंबनेल्स ऐसे डिजाइन करता है, जैसे ये किसी मेनस्ट्रीम न्यूज़ चैनल की खबर लगे। साथ ही एक तरफ किसी मशहूर महिला एंकर की तस्वीर लगा दी जाती है। फ़ॉन्ट भी टीवी न्यूज़ चैनलों जैसा रख कर कोई सम्बंधित तस्वीर गलत सूचना के साथ लगा दी जाती है। ‘अभी-अभी की बड़ी खबर’ कैप्शन में लिख दिया जाता है, ताकि लोग ब्रेकिंग न्यूज़ समझ कर इसे देखें। अंजना ओम कश्यप और रवीश कुमार जैसे एंकरों की तस्वीरों का इसमें इस्तेमाल किया गया है।
जब हमने ‘Boom Live’ और ‘Alt News’ जैसे तथाकथित फैक्ट-चेक पोर्टलों पर इससे जुड़ी खबरें शेयर की तो हमें कुछ नहीं मिला। मोहम्मद जुबैर-प्रतीक सिन्हा की जोड़ी ने कभी ट्वीट कर के भी नहीं बताया कि ‘न्यूज़ हेडलाइंस’ की फलाँ खबर फर्जी है। इस चैनल को 32 करोड़ बार देखा जा चुका है, लेकिन फैक्ट-चेक के तथाकथित झंडाबरदारों ने इसकी एक खबर का भी फैक्ट-चेक करना सही नहीं समझा। जबकि, इसकी एक भी खबर ऐसी नहीं है जो सच हो।
‘न्यूज हेडलाइन’ के एक वीडियो में दावा किया जा रहा है कि मुख्य न्यायाधीश के आदेशानुसार चुनाव बैलट पेपर से होंगे।
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) December 20, 2022
#PIBFactCheck
▶️ यह दावा फ़र्ज़ी है।
▶️ बैलट पेपर से चुनाव करवाने को लेकर ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया है। pic.twitter.com/ytEZyv9Vuq
इस यूट्यूब चैनल पर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश (CJI) और चुनाव आयोग (ECI) को लेकर भी फर्जी खबरें फैलाई गई हैं। एक खबर में दावा कर दिया गया कि सुप्रीम कोर्ट ने EVM को बैन करते हुए बैलेट पेपर से चुनाव कराने का आदेश दिया है, जो एकदम फर्जी है। एक खबर में तो इसने CJI के हवाले से पीएम मोदी को राजद्रोह का दोषी तक करार दिया। हालाँकि, अब फेक न्यूज़ फैलाने वाले इस यूट्यूब चैनल को केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंधित किया जा सकता है।
ख़ुफ़िया इनपुट्स के आधार पर सितंबर 2022 में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने यूट्यूब को 10 यूट्यूब चैनल्स के 45 वीडियोज को बैन किया था। इन वीडियोज में फेक कंटेंट के माध्यम से भारतीय सेना, राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र व कश्मीर के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा था। इससे पहले अगस्त 2022 में भी केंद्र सरकार द्वारा कुल 8 चैनलों को बैन किया गया था। ‘न्यूज़ हेडलाइंस’ इस तरह की झूठी खबरों के जरिए लोगों को बरगला रहा है और फैक्ट-चेकरों की जमात प्रोपेगंडा फैलाने में व्यस्त है।