Wednesday, July 16, 2025
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J&K पुलिस ने अलग-अलग सर्च अभियान में किया अबरार, वकार, मुनीर को गिरफ्तार, आतंकियों को पहुँचाते थे मदद

बांदीपोरा के एसएसपी ने बताया कि इन तीनों को अलग-अलग सर्च ऑपरेशन में गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपितों के घर से कई आपत्तिजनक सामग्रियाँ बरामद की गई हैं। मामले में आगे की जाँच की जा रही है। पुलिस ने कहा कि तीनों को थाना बांदीपोरा के एफआईआर नंबर 74/2020 U/S और धारा......

जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा में आज (जुलाई 29, 2020) पुलिस ने 3 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इन तीनों की पहचान बाग़ बांदीपोरा के अबरार गुलजार, चित्तय बंदे के मोहम्मद वकार और कुइल मुकाम बांदीपोरा के मुनीर अहमद शेख के रूप में की गई है। 

इन्हें बांदीपोरा पुलिस स्टेशन में दर्ज एक एफआईआर के तहत गिरफ्तार किया गया है। जाँच के मुताबिक ये तीनों बांदीपोरा जिले में सक्रिय आतंकवादियों को कई तरह की सहायता प्रदान करते थे, साथ ही तमाम देश विरोधी गतिविधियों में भी शामिल थे।

बांदीपोरा के एसएसपी ने बताया कि इन तीनों को अलग-अलग सर्च ऑपरेशन में गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपितों के घर से कई आपत्तिजनक सामग्रियाँ बरामद की गई हैं। मामले में आगे की जाँच की जा रही है। पुलिस ने कहा कि तीनों को थाना बांदीपोरा के एफआईआर नंबर 74/2020 U/S और धारा 16, 18 , 39UAPA, 7/27IA के तहत गिरफ्तार किया गया है।

गौरतलब है कि इस कामयाबी से पहले जम्मू कश्मीर में एक और सफलता हाथ लगी थी। 12 जुलाई को राष्ट्रीय जाँच एजेंसी ने पुलवामा हमले की जाँच के दौरान मोहम्मद इकबाल राठेर को गिरफ्तार किया था। वह बडगाम जिले के चरार-ए-शरीफ के फुतलीपुरा इलाके का निवासी था।

NIA द्वारा जारी प्रेस रिलीज से मालूम हुआ था कि मो इकबाल पर आरोप है कि उसने जैश ए मोहम्मद के आतंकवादी और अहम साजिशकर्ता मोहम्मद उमर फारूक की मूवमेंट में मदद की। शुरुआती जाँच में ये भी पता चला था कि मोहम्मद इकबाल लगातार पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश से मैसेजिंग ऐप के जरिए संपर्क में था। वह JeM के “परिवहन मॉड्यूल” का भी हिस्सा था।

उससे पहले किश्तवाड़ से हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी रुस्तम अली को गिरफ्तार किया था। रुस्तम पिछले साल अप्रैल में आरएसएस कार्यकर्ता चंद्रकांत शर्मा और उनके पीएसओ की हुई हत्या में शामिल था। रुस्तम का नाम एनआईए की चार्जशीट में भी शामिल था। चंद्रकांत किश्तवाड़ ज़िला अस्पताल में ही फार्मासिस्ट थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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