इजरायल की एक कम्पनी से स्पाइस 2000 बम की नई खेप भारत पहुँची है। इससे भारतीय वायुसेना के फायरपावर को और मजबूती मिलेगी। स्पाइस 2000 बम भारत के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण है। बालाकोट एयर स्ट्राइक के दौरान भी इसका इस्तेमाल किया गया था। इस बम के नए संस्करण की पहली खेप इजरायली कंपनी ने भारत को उपलब्ध करा दी है।
ग्वालियर एयरबेस पर स्पाइस 2000 बमों की खेप मिली है, क्योंकि यह भारतीय वायु सेना के मिराज 2000 लड़ाकू विमान बेड़े का बेस है और वे एकमात्र बेड़े हैं जो इजरायल के इन बमों को ले जाने में सक्षम हैं। मार्क 84 वॉरहेड्स के साथ पहुँची बम की खेप के पहले बैच को भारतीय वायुसेना ने रिसीव किया। बता दें कि इजरायल से स्पाइस 2000 का जो नया बैच आया है, यह इसका ताज़ा वर्जन है। इसकी मारक क्षमता की बात करें तो यह एक बड़े बिल्डिंग को पूरी तरह ध्वस्त करने में सक्षम है।
वर्तमान करार के पूरा होने के बाद भारतीय वायुसेना भारी मात्रा में स्पाइस 2000 बम ख़रीदेगी। इस साल जून में भारत ने इजरायल के साथ 250 करोड़ रुपए के एक कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें इजरायल द्वारा भारत को 100 स्पाइस 2000 बम की सप्लाई का निर्णय लिया गया था। बालाकोट एयर स्ट्राइक के दौरान जब भारत ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैम्पों को तबाह किया था, तब स्पाइस 2000 बम का इस्तेमाल किया गया था।
The weapons have been delivered to Gwalior as it is the home base of the @IAF_MCC‘s Mirage 2000 fighter aircraft fleet and they are the only fleet which can fire the Israeli bombshttps://t.co/cbBBfipHew
— WION (@WIONews) September 15, 2019
उस दौरान भारतीय वायुसेना ने मिराज 2000 फाइटर एयरक्राफ्ट्स का प्रयोग किया था। ग्वालियर में मिराज 2000 फाइटर एयरक्राफ्ट्स का घरेलू बेस है और बमों की खेप यहाँ इसीलिए पहुँची है क्योंकि यही एयरक्राफ्ट इन इजराइली बमों को फायर करने में सक्षम है।