रष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने पटना से गिरफ्तार प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) से जुड़े 4 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। इनके नाम अतहर परवेज, मोहम्मद जमालुद्दीन खान, नूरुद्दीन जंगी और अरमान मालिक हैं। शनिवार (7 जनवरी 2023) को कोर्ट में दायर आरोप पत्र में चारों पर देश विरोधी गतिविधियों को संचालित करने का आरोप है।
पटना के फुलवारीशरीफ के नया टोला से जुलाई 2022 को पुलिस ने अतहर परवेज, जलालुद्दीन और अरमान मल्लिक को पकड़ा था। इनसे पूछताछ और बरामद दस्तावेजों से शारीरिक प्रशिक्षण की आड़ में आतंकी प्रशिक्षण देने तथा भारत को 2047 तक इस्लामिक मुल्क (गजवा-ए-हिन्द) बनाने की साजिशों का पर्दाफाश हुआ था। यह बात भी सामने आई थी कि ये लोग जुलाई 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में गड़बड़ी फैलाने की साजिश रच रहे थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चार्जशीट में बताया गया है कि चारों आरोपितों ने आतंकी गतिविधि को अंजाम देने के लिए 12 जुलाई 2022 का दिन चुना था। इस दिन पटना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली थी। इस दिन ये सभी क्षेत्र में हिंसा फैलाने की फिराक में थे। इन सभी का बेस फुलवारीशरीफ में बताया गया है। यहाँ पर इन्होने अहमद पैलेस नाम का मकान किराए पर लिया था। इसी जगह पर सभी ने साजिश को अंजाम देने वाली मीटिंग की थी। आरोपितों ने साल 2047 तक भारत को इस्लामी मुल्क बनाने के नाम पर फंड इकट्ठा किया था।
जानकारी के मुताबिक फुलवारीशरीफ में ही आरोपितों ने अपनी साजिश को अंजाम देने के नाम पर नई भर्तियाँ भी की थीं। चार्जशीट मे इन सभी आरोपितों पर देश में अस्थिरता फैलाने और डर का माहौल बनाने की भी साजिश रचने का आरोप है। चारों आरोपितों पर IPC की धारा 121, 121 (ए), 122, 153 (ए), 153 (बी) और यूएपी की धारा 13, 17, 18, 18 (ए), 18 (बी) और 20 के तहत FIR दर्ज हुई है।
गौरतलब है कि पटना पुलिस ने की छापेमारी के बाद जब आतंकी साजिशों का खुलासा हुआ तो मामले की जाँच NIA को शुसौंप दी गई। एजेंसी ने दो अलग-अलग FIR दर्ज की थी। पहली FIR में 26 नाम हैं, जबकि दूसरी में मरगूब अहमद नाम का एक आरोपित नामजद है।