पुलवामा के अवंतिपुरा के बेगपोरा गाँव में बुधवार (6 मई,2020) को सुरक्षाबलों ने कश्मीर के मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी और हिज्बुल मुजाहिदीन के टॉप कमांडर रियाज नायकू को मार गिराया। नायकू के मारे जाने की खबर के बाद अवंतिपुरा में स्थानीय लोगों के द्वारा सुरक्षाबलों पर पत्थराबाजी की घटनाएँ भी सामने आई हैं। साथ ही इस आतंकी मुठभेड़ के दौरान घटनास्थल पर मौजूद एक आतंकी का फोन भी इंटरसेप्ट हुआ है। जिसमें हिज्बुल मुजाहिदीन और द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के बीच दरार की बात सामने आई है। बता दें कि द रेजिस्टेंस फ्रंट एक आतंकी संगठन है, जो लश्कर-ए-तैय्यबा से जुड़ा हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार रियाज नायकू का साथी आतंकी मुठभेड़ के वक्त किसी से बात कर रहा था और उसको वाहिद भाई नाम से संबोधित करते हुए कह रहा था, “हम लोग पुलवामा के बेघपोरा में घिर गए हैं। मैं घायल हो गया हूँ और रियाज भाई लड़ रहा है। यह अपने लोगों की करतूत की वजह से हुआ है। इसके लिए टीआरएफ जिम्मेदार है। इससे दूर रहिए, क्योंकि यह हमारे कश्मीर को बर्बाद कर डालेगा।” इस बातचीत में यह बात साफ़ हो जाती है कि टीआरएफ और हिजबुल मुजाहिदीन के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
सूत्रों का कहना है अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि जिस आतंकी को फ़ोन पर बातचीत करते हुए इंटरसेप्ट किया गया है, वो रियाज नायकू के साथ मारा गया गया आतंकी है या कोई दूसरा शख्स है। हालाँकि बातचीत से यह बात तो साफ़ है कि यह आतंकी मुठभेड़ के दौरान घटनास्थल पर मौजूद था और घायल भी हुआ था।
Video is of #Awantipora after terrorist #RiyazNaikoo got killed pic.twitter.com/ZGxhlBSsdl
— Abhishek Singh (@the_unkn0wn00) May 6, 2020
वहीं आतंकी रियाज नायकू की मौत के बाद अवंतीपुरा के स्थानीय लोग उसके समर्थन में उतर आए और जिस जगह नायकू को मारा गया, वहाँ भीड़ ने सुरक्षाबल की बख्तरबंद गाड़ी को घेरकर पत्थरबाजी की। लोग बख्तरबंद गाड़ी पर चढ़ कर नुकसान पहुँचाने लगे और लाठी डंडों से उस पर मारते रहे। नायकू के मारे जान के बाद सीआरपीएफ के बयान के बाद यह बात सामने आयी थी कि सुरक्षाबल के जवान जब पुलवामा जिले के अवंतीपुरा के बेघपुरा इलाके में मुठभेड़ स्थल से लौट रहे थे, तब स्थानीय लोगों ने उन पर पथराव किया। इसके बाद भीड़ द्वारा की जा रही पत्थरबाज़ी की वीडियो भी सामने आई।
आपको बता दें कि आतंकी नायकू के मारे जाने के बाद अवंतीपुरा सहित पूरे कश्मीर के हालात पर केंद्रीय गृह मंत्रालय की कड़ी नजर है। गृह मंत्रालय कानून-व्यवस्था को लेकर जम्मू-कश्मीर पुलिस के संपर्क में है। सुरक्षा के हिसाब से अभी जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट और वॉयस कॉलिंग को बंद कर दिया गया है, ताकि किसी तरह की अफवाह न फैल पाए। साथ ही पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि लोगों की आवाजाही पर भी सख्त पाबंदियाँ लगा दी गई हैं।