Saturday, July 27, 2024
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षादिवाली से पहले दिल्ली दहलाने की साजिश, बढ़ाई गई सुरक्षा: PMO, संसद भवन...

दिवाली से पहले दिल्ली दहलाने की साजिश, बढ़ाई गई सुरक्षा: PMO, संसद भवन समेत 400 संवेदनशील इमारतें

नई दिल्ली में प्रधानमंत्री कार्यालय, सेना भवन, संसद भवन, राष्ट्रपति भवन जैसी इमारतों को हमेशा संवेदनशील माना जाता है। इसके अलावा अब कनॉट पैलेस और ख़ान मार्केट जैसे बाज़ारों को भी संवेदनशील क्षेत्रों में सूची में जोड़ दिया गया है।

आतंकी हमले की धमकी की सूचना के बाद दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है। पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद (JeM) दिवाली से पहले राष्ट्रीय राजधानी में 400 से अधिक संवेदनशील इमारतों और बाज़ारों को निशाना बनाने की योजना बना रहा है।

दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने IANS को बताया, “रोहिणी, उत्तर-पूर्व, उत्तर-पश्चिम, उत्तर, पूर्व, मध्य, नई दिल्ली और द्वारका – दिल्ली के 15 ज़िलों में से आठ संवेदनशील माने जाते हैं।” इन ज़िलों में सबसे अधिक संवेदनशील इमारतें हैं। अकेले नई दिल्ली में संवेदनशील 200 इमारतों की पहचान की गई है और कुल मिलाकर 425 इमारतें हैं जिन्हें संवेदनशील माना जा रहा है।

नई दिल्ली में प्रधानमंत्री कार्यालय, सेना भवन, संसद भवन, राष्ट्रपति भवन जैसी इमारतों को हमेशा संवेदनशील माना जाता है। इसके अलावा अब कनॉट पैलेस और ख़ान मार्केट जैसे बाज़ारों को भी संवेदनशील क्षेत्रों में सूची में जोड़ दिया गया है। सेंट्रल दिल्ली में जामा मस्जिद, दिल्ली पुलिस मुख्यालय, राउज़ एवेन्यू कोर्ट, लक्ष्मी नगर, प्रीत विहार, आनंद विहार जैसे कुछ अन्य स्थान हैं जिन्हें आतंकवादी निशाना बना सकते हैं।

नई दिल्ली ज़िला पुलिस उपायुक्त ईश सिंघल ने आतंकी धमकी के संबंध में IANS को बताया,

“हमारे पास किसी भी तरह के ख़तरे का कोई ख़ुफ़िया जानकारी (इनपुट) नहीं है, लेकिन हमने दिवाली से पहले शहर में सुरक्षा बढ़ा दी है।”

केंद्रीय ख़ुफ़िया एजेंसियों द्वारा दिल्ली पुलिस को फ़टकार लगाने के बाद पुलिस स्टेशनों पर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। दिल्ली के पुलिस स्टेशन्स और पुलिस कॉलोनियों को आतंकवादियों द्वारा आत्मघाती या सीधे हमलों के माध्यम से निशाना बनाया जा सकता है। इन इनपुट्स के अनुसार, आतंकवादी विस्फोटक से भरे वाहनों का इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर पैदल ही थानों में प्रवेश कर सकते हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बांग्लादेशियों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर झारखंड पुलिस ने हॉस्टल में घुसकर छात्रों को पीटा: BJP नेता बाबू लाल मरांडी का आरोप, साझा की...

भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर हेमंत सरकार की पुलिस ने उन्हें बुरी तरह पीटा।

प्राइवेट सेक्टर में भी दलितों एवं पिछड़ों को मिले आरक्षण: लोकसभा में MP चंद्रशेखर रावण ने उठाई माँग, जानिए आगे क्या होंगे इसके परिणाम

नगीना से निर्दलीय सांसद चंद्रशेखर आजाद ने निजी क्षेत्रों में दलितों एवं पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण लागू करने के लिए एक निजी बिल पेश किया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -