ओखला के आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक अमानतुल्लाह खान ने पिछले दिनों डासना के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती को सोशल मीडिया पर खुलेआम सिर कलम करने की धमकियाँ दी थी। ट्विटर, फेसबुक हर जगह अमानतुल्लाह खान ने लिखा कि नरसिंहानंद का सिर काट देना चाहिए।
इस हिंसक पोस्ट को देख तमाम लोगों ने उसकी रिपोर्ट की, जिसके बाद ट्विटर ने अमानतुल्लाह खान के ट्वीट को डिलीट कर दिया, लेकिन फेसबुक ने अब भी उस पोस्ट पर कार्रवाई नहीं की है।
अमानतुल्लााह खान का यह पोस्ट 3 अप्रैल को किया गया था। खान ने यति नरसिंहानंद की एक वीडियो को शेयर कर लिखा था, “हमारे नबी की शान में गुस्ताखी हमें बिल्कुल बर्दाश्त नहीं, इस नफ़रती कीड़े की ज़ुबान और गर्दन दोनो काट कर इसे सख़्त से सख़्त सजा देनी चाहिए। लेकिन हिंदुस्तान का क़ानून हमें इसकी इजाज़त नहीं देता, हमें देश के संविधान पर भरोसा है और मैं चाहता हूँ कि दिल्ली पुलिस इसका संज्ञान ले।”
इसके बाद अमानतुल्लाह खान ने एक वीडियो भी शेयर की। इसमें उसने कहा,
“यति नरसिंहानंद ने जो पैगंबर मोहम्मद की शान में गुस्ताखी की है, उसके लिए हुक्म है कि उसका सिर कलम कर दिया जाए या उसकी जुबान काट ली जाए। लेकिन संविधान पर हमें भरोसा है। उम्मीद है कि उसके ऊपर कार्रवाई करके उसे जेल भेजा जाएगा। हम सारे धर्म के गुरुओं- श्रीराम, श्रीकृष्ण सभी का सम्मान करते हैं। इसलिए हम नहीं चाहते हैं किसी भी धर्म को मानने वाला हमारे धर्म गुरु… की शान में गुस्ताखी करे। शरीयत अगर यहाँ होता तो इस शख्स को सरेआम गर्दन काट कर, जुबान काटकर लटका दिया जाता। पर हम कानून का सम्मान करते हैं और वो इसकी इजाजत नहीं देता, इसलिए मैं यहाँ आया हूँ। आला अधिकारी से अपील करता हूँ कि इस शख्स ने मुल्क के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की है। मुसलमानों के दिल को ठेस पहुँची है, तकलीफ हुई है क्योंकि हम किसी भी हाल में ये गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं कर सकते।”
बता दें कि नरसिंहानंद की जिस वीडियो पर ये सारा बवाल हुआ, उस वीडियो में नरसिंहानंद प्रेस क्लब में कह रहे थे,
“अगर इस्लाम की असलियत, जिसके लिए मौलाना कहते हैं कि अगर मोहम्मद के बारे बोला तो सिर काट देंगे… हिंदू ये भय अपने दिमाग से निकाल दें। हम हिंदू हैं। हम राम के चरित्र की मीमांसा कर सकते हैं, हम परशुराम के चरित्र की मीमांसा कर सकते हैं, तो हमारे लिए मोहम्मद क्या चीज है? हम मोहम्मद की मीमांसा क्यों नहीं करेंगे और क्यों सच नहीं बोलेंगे?”
नरसिंहानंद की इन्हीं बातों को सच साबित करते हुए अमानतुल्लाह खान ने उन्हें पहले सिर कलम की धमकी दी। बाद में 4 अप्रैल को उनके ख़िलाफ़ शिकायत कर दी। इस दौरान उसके पोस्ट सोशल मीडिया पर फैलते रहे। काफी शिकायत के बाद ट्विटर ने इस पोस्ट को 4 अप्रैल की शाम तक हटा दिया लेकिन हैरानी की बात है कि फेसबुक पर अब तक ये पोस्ट वैसा का वैसा ही है।
यहाँ मालूम हो कि दक्षिणपंथियों पर कार्रवाई करने के लिए फेसबुक अक्सर कम्युनिटी स्टैंडर्स का हवाला देता रहा है। उसके मुताबिक ऐसे भड़काऊ बयान जो समुदाय को उकसाते हों, उसे वह अपने पोस्ट में जगह नहीं देता। लेकिन, इस बार देखने को मिल रहा है कि तमाम लोगों की शिकायत के बाद वह इस पोस्ट को प्लैटफॉर्म से नहीं हटा रहा।