देश में तेजी से फैल रही कोरोना महामारी को रोकने के लिए वैक्सीनेशन एक मात्र उपाय की तरह है। लेकिन, कई लोग ऐसे हैं जो वैक्सीन के संबंध में तरह-तरह का सवाल खड़ा कर आम जनता के मन में शंका पैदा कर रहे हैं। बॉलीवुड अभिनेता फरहान अख्तर ने भी आज वैक्सीन संबंधी एक प्रश्न पूछा, जिसके बाद सोशल मीडिया पर तमाम यूजर उन्हें जवाब देने में जुट गए। कंगना रनौत ने भी इस दौरान फरहान को उनके सवाल का जवाब दिया।
After saying that you were making profit even at 150/vaccine, we will now be asked to pay the most of any country for it. Please explain why @SerumInstIndia pic.twitter.com/ozFXXlHIDG
— Farhan Akhtar (@FarOutAkhtar) April 24, 2021
दरअसल, हाल में एक खबर आई थी कि सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने प्राइवेट अस्पतालों में कोविशील्ड वैक्सीन की एक खुराक की कीमत 600 रुपए करने का ऐलान किया है। यह वैक्सीन 18 साल से अधिक उम्र वालों को सरकारी अस्पताल में 400 और प्राइवेट अस्पताल में 600 रुपए की मिलेगी, जबकि केंद्र को पहले की तरह 150 रुपए में वैक्सीन बेची जाएगी।
इसी बात पर आपत्ति उठाते हुए फरहान ने एक पेपर की कटिंग शेयर की। अख्तर ने लिखा, “ये कहने के बावजूद कि एक वैक्सीन के 150 रुपए लेने पर भी फायदा हो रहा है। देश के प्राइवेट अस्पतालों को वैक्सीन के लिए 600 रुपए चुकाने पड़ेंगे। ऐसा क्यों है सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया, हमें बताएँ।”
Other countries are providing us with the raw materials for vaccine,what cost they buy it from us and what cost they sell is directly proportionate to their economies and population, we have wasted tons of vaccine because of fake propaganda and now USA stopped our raw materials.
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) April 24, 2021
इस ट्वीट के बाद लोगों के अलग-अलग रिएक्शन आए। बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने रिप्लाई देते हुए लिखा- “दूसरे देश हमें वैक्सीन के लिए कच्चा माल मुहैया करा रहे हैं, वे इसे किस कीमत पर खरीदते हैं और किस कीमत पर बेचते हैं, ये उनकी अर्थव्यवस्था और आबादी के हिसाब से होता है, हमने फेक प्रोपेगेंडा की वजह से कई टन टीके बर्बाद कर दिए और अब अमेरिका ने हमारे कच्चे माल को रोक दिया है।”
एक यूजर ने फरहान से पूछा कि क्या उन्होंने कभी 200 रुपए की मूवी टिकट या फिर 400 के पॉपकॉर्न, 100 रुपए का कोकाकोला और 50 रुपए के पानी का विरोध किया है।
Abbey chomu never saw you ever complaining about Rs 200 ki Movie ticket per Rs 400 ka popcorn, Rs.100 ka Cocacola, Rs.50 Ka Paani…
— SuperStar Raj 🇮🇳 (@NagpurKaRajini) April 24, 2021
Shooooo
सैयद हिदायत हसन ने लिखा, “600 रुपए देना अस्पताल में लाख रुपए और आईसीयू बेड से ज्यादा ठीक है। आज की जरूरत ये है कि कच्चा माल मिले जिसे यूएस ने बैन कर दिया है।”
एक यूजर ने कहा, “अच्छी शुरुआत है फरहान। एक बार महामारी खत्म हो जाए। अपनी आवाज को मूवी थिएटर में मिलने वाले पॉपकॉर्न की कीमत के लिए भी उठाना।”
Jaane do Saab, that 600 is still better than spending lakhs in hospital for ICU care. Need of the hour is getting the raw material which is being banned by US.
— Syed Hidayath Hasan (@Hidayath_Sajedi) April 24, 2021
पूर्वेश मेहता ने लिखा, “भाई हम आपके परिवार के लिए पैसे दे देंगे। इसे मुद्दा मत बनाओ। मैंने तुम्हारी फिल्म कभी थिएटर में नहीं देखी तो ये मौका है अल्पसंख्यकों की मदद के लिए और मैं जरूर करूँगा।”
Bhai I will pay for your family, don’t make it big issue.
— Purvesh Mehta (@TA_Purvesh) April 24, 2021
Never saw any of your movie in theatre so here comes the opportunity for me to help a minority family and I will do it with ❤️.
🙏
सीरम इंस्टिट्यूट इंडिया का बयान
गौरतलब है कि फरहान जैसे लोगों के मन में वैक्सीन की बढ़ी कीमतों को लेकर तमाम सवाल हैं। ऐसे में सीरम इंस्टिट्यूट ने आज इस पर बयान जारी किया। बयान में कंपनी ने वैक्सीन को लेकर कहा कि इसकी शुरुआती कीमत दुनिया भर में कम थी, क्योंकि यह उन देशों के अग्रिम वित्त पोषण पर आधारित थी, जिसमें वैक्सीन निर्माण का जोखिम शामिल था। बयान में कहा गया, ‘‘भारत सहित सभी सरकारी टीकाकरण कार्यक्रमों के लिए कोविशील्ड की शुरुआती कीमत सबसे कम थी।’’
कंपनी ने आगे कहा, ‘‘मौजूदा स्थिति एकदम अलग है, वायरस लगातार रूप बदल रहा है, जबकि जनता पर जोखिम बना हुआ है। अनिश्चितता की पहचान करते हुए, हमें स्थिरता सुनिश्चित करनी होगी, क्योंकि हमें महामारी से लड़ने के लिए क्षमता विस्तार में निवेश करना है और लोगों की जान बचानी है।’’ कंपनी के मुताबिक वैक्सीन के थोड़े से हिस्से को निजी अस्पतालों को 600 रुपए प्रति खुराक की दर पर बेचा जाएगा और यह कीमत अभी भी कई दूसरे चिकित्सकीय उपचारों की तुलना में कम है।