Tuesday, November 26, 2024
Homeसोशल ट्रेंडवो तानाशाह जिनकी 'मौत' से ज्यादा Memes की है चर्चा: नॉर्थ कोरिया वाले किम...

वो तानाशाह जिनकी ‘मौत’ से ज्यादा Memes की है चर्चा: नॉर्थ कोरिया वाले किम जोंग उन नाम है उनका

उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन की असफल हार्ट सर्जरी की खबर मिलते ही सोशल मीडिया पर अफवाहों की बौछार लग गई। सोशल मीडिया यूज़र्स ने उत्तर कोरिया के नए सुप्रीम लीडर के रूप में उनकी बहन किम यो जोंग को...

उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन की असफल हार्ट सर्जरी की खबर मिलते ही सोशल मीडिया पर अफवाहों की बौछार लग गई। सोशल मीडिया यूज़र्स ने उत्तर कोरिया के नए सुप्रीम लीडर के रूप में उनकी बहन किम यो जोंग को बताते हुए उन पर तमाम तरह के चुटकुलें बनाकर इंटरनेट पर बाढ़ ला दी।

कुछ ने उनकी तुलना पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से भी कर दी।

और जब सभी ने इस बात को अपने-अपने अंदाज में पेश किया, तो घाना पॉलबेयर्रस कैसे पीछे रह सकता है।

ऐसा लग रहा है जैसे लॉकडाउन ने सच में सबके अंदर छुपी हुई भावनाओं को बाहर निकल दिया है।

सोशल मीडिया यूज़र्स ने तो ‘KimJongUndead’ का हैशटेग भी ट्रेंड में ला दिया है।

उत्तर कोरिया की एक न्यूज एंकर हैं, नाम है री चुन-ही। वो समाचार को बेहद नाटकीय तरीके से प्रस्तुत करती हैं। उत्तर कोरिया द्वारा किए गए परमाणु परीक्षणों पर जब वो एंकरिंग कर रही थीं, तो काफी चर्चा में आई थीं।

उन्होंने किम जोंग उन के पिता किम जोंग द्वितीय की मौत पर भी लगभग रोते हुए खबर प्रसारित किया था।

किम जोंग उन की मौत और अफवाह

एक सर्जरी के असफल होने के बाद किम जोंग उन के मौत की अफवाहों के बारे में खबरें आई हैं। किम जोंग उन हाल ही में 15 अप्रैल को अपने दादा के जन्मदिन का जश्न मनाने से चूक गए थे। इसने उनकी स्वास्थ्य स्थितियों के बारे में अटकलों और अफवाहों को बढ़ा दिया, जैसा कि घटना से केवल तीन दिन पहले, किम जोंग उन ने दिल की सर्जरी करवाई थी। यह नॉर्थ कोरिया में साल का सबसे बड़ा दिन माना जाता है क्योंकि यह उस राष्ट्र के संस्थापक किम जोंग उन के दादा, किम II-सुंग का जन्मदिन है।

ऐसा कभी नहीं हुआ कि किम जोंग उन इस कार्यक्रम में न गए हों, और यही वजह है कि उनके मौत की अफवाहों को इस बात से बढ़ावा मिल गया हो।

उत्तर कोरिया की राज्य मीडिया ने 11 अप्रैल को बताया कि किम ने सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की पोलित ब्यूरो की बैठक में भाग लिया और अगले दिन रिपोर्ट किया कि किम ने “एक परसूट असॉल्ट वाले विमान समूह का निरीक्षण किया”, हालाँकि प्रशासन ने उस यात्रा की तारीख का खुलासा नहीं किया था ।

बीमारी की पहली रिपोर्ट

एक गुमनाम स्रोत ने सियोल स्थित एक वेबसाइट डेली एनके को बताया कि वह अलग-अलग देशों के अंदर मुखबिरों से जानकारी इकट्ठा करता है। उन्होंने कहा कि वह पिछले अगस्त से हृदय संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। हालाँकि, उनका स्वास्थ्य कथित तौर पर “माउंट पाकटु में बार-बार आने के बाद बिगड़ गया”। यह, कथित तौर पर अत्यधिक धूम्रपान, मोटापा और अधिक काम करने के कारण था। इसी वजह से अंतरराष्ट्रीय मीडिया में यह खबर आई।

बाद में कुछ रिपोर्ट्स सामने आईं कि दक्षिण कोरिया और अमेरिका में खुफिया एजेंसियाँ इस ​​दावे पर नजर रखे हुई थी। इस खबर को पोस्ट करते ही, अफवाहों का दौर शुरू हो गया क्योंकि US मीडिया ने बताया कि किम जोंग उन सर्जरी के बाद “गंभीर रूप से बीमार” थे।

उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन

उत्तर कोरिया अपने नेता के आस-पास की किसी भी सूचना को बाहर नहीं जाने देता है। उन्हें वहाँ के देवता के समान माना जाता है और देश से बाहर खुफिया जानकारी जुटाना शायद ही संभव है।

36 वर्षीय किम ने दिसंबर 2011 में अपने पिता की मृत्यु के बाद सत्ता संभाली और वह देश पर शासन करने वाले अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी हैं।

किम को बहुत धूम्रपान करने वाले के रूप में जाना जाता है। हाल के महीनों में सैन्य अभ्यास में दिखाई देने और बएकदू पर्वत पर एक सफेद घोड़े की सवारी करते हुए देखा गया। नॉर्थ कोरिया के प्रचार विभाग का यह मानना है कि किम जोंग उन के दादा ने जापानी औपनिवेशिक कब्जा करने वालों से लड़ने के लिए गुरिल्ला युद्ध शैली का इस्तेमाल किया था।

2014 में, किम जोंग उन सितंबर की शुरुआत में 40 दिनों के लिए गायब हो गए थे। तब भी इस तरह की अटकलें पैदा हो गई थीं, जिसमें उन्हें अन्य राजनीतिक दलालों द्वारा तख्तापलट कर बाहर कर दिया गया था। लेकिन फिर उन्होंने दोबारा वापसी की। उस समय राज्य के मीडिया ने स्वीकार किया था कि वह “असहज शारीरिक स्थिति” से पीड़ित थे, लेकिन अफवाहों को संबोधित नहीं किया कि वह गाउट से पीड़ित थे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

सपा MLA के बेटे ने कहा- सांसद जियाउर्रहमान बर्क हमारे साथ, सुनते ही भीड़ ने शुरू कर दी पत्थरबाजी… तमंचे की गोलियाँ, अजीब हथियार...

संभल हिंसा में सपा सांसद और इसी पार्टी के विधायक के बेटे पर FIR हुई है। तमंचे से गोली चलने और अजीब चाकू मिलने की बात सामने आई है।

विकसित देशों ने की पर्यावरण की ऐसी-तैसी, पर क्लाइमेट चेंज से लड़ना गरीब देशों की जिम्मेदारी: दोगलई पर पश्चिम को भारत ने रगड़ा, 300...

भारत ने COP 29 समझौते पर प्रश्न खड़े किए हैं। भारत ने इस समझौते में स्वीकार की गई 300 बिलियन डॉलर को कम बताया है।
- विज्ञापन -