उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन की असफल हार्ट सर्जरी की खबर मिलते ही सोशल मीडिया पर अफवाहों की बौछार लग गई। सोशल मीडिया यूज़र्स ने उत्तर कोरिया के नए सुप्रीम लीडर के रूप में उनकी बहन किम यो जोंग को बताते हुए उन पर तमाम तरह के चुटकुलें बनाकर इंटरनेट पर बाढ़ ला दी।
Wikipedia editor waiting to change Kim Jong-un wikipedia page from. “Is” to “was”#KimYoJong #KimJongUn pic.twitter.com/Gthbu2IZ2F
— 🌈G U M R A H (@Nonveg_ladka13) April 26, 2020
कुछ ने उनकी तुलना पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से भी कर दी।
People are saying #KimYoJong will be the first ever Woman dictator in the world
— chacha monk (Gharelu aadmi) (@oldschoolmonk) April 26, 2020
No broo. First woman dictator was Indira Gandhi.
और जब सभी ने इस बात को अपने-अपने अंदाज में पेश किया, तो घाना पॉलबेयर्रस कैसे पीछे रह सकता है।
Rare picture of Kim Jong-un before and after surgery #KimYoJong #KIMJONGDEAD pic.twitter.com/VxGmwxq1VR
— Samantha 😍 ♥ (@def_Sammy) April 25, 2020
Waiting for the doctor signal #KimJongUn pic.twitter.com/TdX2YNOB23
— Yusuf Hawadleh (@yusufko) April 25, 2020
ऐसा लग रहा है जैसे लॉकडाउन ने सच में सबके अंदर छुपी हुई भावनाओं को बाहर निकल दिया है।
Leak video of Kim Jong Un’s ghost running after his Surgeon #KIMJONGUNDEAD #KimJongUn pic.twitter.com/cUFALuxXUq
— Animeforeverofficial (@animeforevers) April 25, 2020
सोशल मीडिया यूज़र्स ने तो ‘KimJongUndead’ का हैशटेग भी ट्रेंड में ला दिया है।
Kim Jong-un when he heard his citizens are escaping North Korea #KIMJONGUNDEAD pic.twitter.com/8YB4RlJSTS
— it’s a no (@abbasaabidi14) April 26, 2020
I will only believe #KimJongUn is dead when this iconic lady announces it pic.twitter.com/rxz2wBlcJB
— Andrew (@atxlands) April 25, 2020
उत्तर कोरिया की एक न्यूज एंकर हैं, नाम है री चुन-ही। वो समाचार को बेहद नाटकीय तरीके से प्रस्तुत करती हैं। उत्तर कोरिया द्वारा किए गए परमाणु परीक्षणों पर जब वो एंकरिंग कर रही थीं, तो काफी चर्चा में आई थीं।
उन्होंने किम जोंग उन के पिता किम जोंग द्वितीय की मौत पर भी लगभग रोते हुए खबर प्रसारित किया था।
किम जोंग उन की मौत और अफवाह
एक सर्जरी के असफल होने के बाद किम जोंग उन के मौत की अफवाहों के बारे में खबरें आई हैं। किम जोंग उन हाल ही में 15 अप्रैल को अपने दादा के जन्मदिन का जश्न मनाने से चूक गए थे। इसने उनकी स्वास्थ्य स्थितियों के बारे में अटकलों और अफवाहों को बढ़ा दिया, जैसा कि घटना से केवल तीन दिन पहले, किम जोंग उन ने दिल की सर्जरी करवाई थी। यह नॉर्थ कोरिया में साल का सबसे बड़ा दिन माना जाता है क्योंकि यह उस राष्ट्र के संस्थापक किम जोंग उन के दादा, किम II-सुंग का जन्मदिन है।
ऐसा कभी नहीं हुआ कि किम जोंग उन इस कार्यक्रम में न गए हों, और यही वजह है कि उनके मौत की अफवाहों को इस बात से बढ़ावा मिल गया हो।
उत्तर कोरिया की राज्य मीडिया ने 11 अप्रैल को बताया कि किम ने सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की पोलित ब्यूरो की बैठक में भाग लिया और अगले दिन रिपोर्ट किया कि किम ने “एक परसूट असॉल्ट वाले विमान समूह का निरीक्षण किया”, हालाँकि प्रशासन ने उस यात्रा की तारीख का खुलासा नहीं किया था ।
बीमारी की पहली रिपोर्ट
एक गुमनाम स्रोत ने सियोल स्थित एक वेबसाइट डेली एनके को बताया कि वह अलग-अलग देशों के अंदर मुखबिरों से जानकारी इकट्ठा करता है। उन्होंने कहा कि वह पिछले अगस्त से हृदय संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। हालाँकि, उनका स्वास्थ्य कथित तौर पर “माउंट पाकटु में बार-बार आने के बाद बिगड़ गया”। यह, कथित तौर पर अत्यधिक धूम्रपान, मोटापा और अधिक काम करने के कारण था। इसी वजह से अंतरराष्ट्रीय मीडिया में यह खबर आई।
बाद में कुछ रिपोर्ट्स सामने आईं कि दक्षिण कोरिया और अमेरिका में खुफिया एजेंसियाँ इस दावे पर नजर रखे हुई थी। इस खबर को पोस्ट करते ही, अफवाहों का दौर शुरू हो गया क्योंकि US मीडिया ने बताया कि किम जोंग उन सर्जरी के बाद “गंभीर रूप से बीमार” थे।
उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन
उत्तर कोरिया अपने नेता के आस-पास की किसी भी सूचना को बाहर नहीं जाने देता है। उन्हें वहाँ के देवता के समान माना जाता है और देश से बाहर खुफिया जानकारी जुटाना शायद ही संभव है।
36 वर्षीय किम ने दिसंबर 2011 में अपने पिता की मृत्यु के बाद सत्ता संभाली और वह देश पर शासन करने वाले अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी हैं।
किम को बहुत धूम्रपान करने वाले के रूप में जाना जाता है। हाल के महीनों में सैन्य अभ्यास में दिखाई देने और बएकदू पर्वत पर एक सफेद घोड़े की सवारी करते हुए देखा गया। नॉर्थ कोरिया के प्रचार विभाग का यह मानना है कि किम जोंग उन के दादा ने जापानी औपनिवेशिक कब्जा करने वालों से लड़ने के लिए गुरिल्ला युद्ध शैली का इस्तेमाल किया था।
2014 में, किम जोंग उन सितंबर की शुरुआत में 40 दिनों के लिए गायब हो गए थे। तब भी इस तरह की अटकलें पैदा हो गई थीं, जिसमें उन्हें अन्य राजनीतिक दलालों द्वारा तख्तापलट कर बाहर कर दिया गया था। लेकिन फिर उन्होंने दोबारा वापसी की। उस समय राज्य के मीडिया ने स्वीकार किया था कि वह “असहज शारीरिक स्थिति” से पीड़ित थे, लेकिन अफवाहों को संबोधित नहीं किया कि वह गाउट से पीड़ित थे।