पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता के SSKM अस्पताल से डिस्चार्ज होकर निकल गई हैं। अस्पताल से निकलने की दौरान व्हील चेयर पर पैर में बैंडेज के साथ बैठी उनकी तस्वीर भी सोशल मीडिया में वायरल हुई। नंदीग्राम में उन पर हमला होने के दावा किया गया था। वे 2 दिन अस्पताल में रहीं। अब उन्हें उनके घर कालीघाट हाउस में ले जाया गया है। लेकिन, उनके पैर में प्लास्टर की जगह बैंडेज देख कर सोशल मीडिया में लोग पूछ रहे हैं कि क्या ये सच में एक गंभीर चोट थी, जैसा बताया गया?
Plaster to crape bandage in a day. Ashol Poriborton, Acchhe Din. pic.twitter.com/IVRQngyibh
— Ajit Datta (@ajitdatta) March 12, 2021
‘द फ़्रस्ट्रेटेड इंडियन’ के कंसल्टिंग एडिटर अजीत दत्ता ने कहा कि एक ही दिन में प्लास्टर से बैंडेज हो गया, यही तो ‘आसोल परिवर्तन है’, अच्छे दिन’ है। एक ट्विटर यूजर ने कहा कि मात्र 2 दिनों में फ्रैक्चर बैंडेज हटवाने के लिए ममता बनर्जी का नाम ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ में शामिल हो गया है। ‘फैक्ट्स’ नामक हैंडल ने ममता बनर्जी की तुलना हॉलीवुड फिल्म के किरदार ‘वॉल्वरिन’ से कर दी।
BREAKING: Mamata Banerjee gets into the book of “Guinness World Records” for removing plaster in such quick time.
— Farrago Abdullah (@abdullah_0mar) March 12, 2021
दरअसल, ये एक ऐसा कैरेक्टर है जिस पर घावों का असर तो होता है लेकिन ये तुरंत ही ठीक होकर सामान्य हो जाता है। लोग पूछ रहे हैं कि इतनी जल्दी हड्डी में फ्रैक्चर कैसे ठीक हो गया? जहाँ कई नेताओं ने उनके उत्तम स्वास्थ्य लाभ की कामना की है, कई डॉक्टरों तक ने भी ममता बनर्जी के इलाज के दौरान आई तस्वीरों में गलतियाँ ढूँढी। उन्होंने प्लास्टर देख कर भी कहा था कि इसकी प्रक्रिया ठीक नहीं है।
Kal Plaster tha,
— Facts (@BefittingFacts) March 12, 2021
Aaj Crepe bandage.
Iska matlab samjhe daya? Didi hi Wolverine hai 😎😂
TMC ने ऐलान किया है कि रविवार (मार्च 14, 2021) को वो अपना घोषणा पत्र जारी करेगी। बताया जा रहा है कि ममता बनर्जी व्हील चेयर से ही चुनाव प्रचार करेंगी। वहीं विपक्षी नेता इसे सहानुभूति के लिए तैयार किया गया उपक्रम करार दे रहे हैं। कई पूछ रहे कि जब जख्म गंभीर था तो उन्हें नंदीग्राम की जगह 130 किलोमीटर दूर कोलकाता क्यों ले जाया गया?