Tuesday, October 8, 2024
Homeसोशल ट्रेंडश्रीलंका में मनाएँ छुट्टियाँ…पता चलेगा भारत का सम्मान: विदेश मंत्री जयशंकर के बयान से...

श्रीलंका में मनाएँ छुट्टियाँ…पता चलेगा भारत का सम्मान: विदेश मंत्री जयशंकर के बयान से श्रीलंकाई खुश, क्रिकेट खिलाड़ियों ने भी ‘थैंक यू’ बोला

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बातचीत के दौरान भारतीयों को श्रीलंका में छुट्टियाँ बिताने की सलाह दी। इसका वीडियो वायरल हो गया। उनकी यह सलाह अब श्रीलंका के अखबारों की सुर्खी बन गई है। श्रीलंका में छुट्टियाँ बिताने की सलाह पर श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने भी विदेश मंत्री जयशंकर को धन्यवाद दिया है।

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बातचीत के दौरान भारतीयों को श्रीलंका में जाकर छुट्टियाँ बिताने की सलाह दी, जिसके बाद उनका ये वीडियो वायरल हो गया और उनकी सलाह श्रीलंका के अखबारों की सुर्खियाँ बन गई। ये खबर देखने के बाद श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने भी भारत के विदेश मंत्री जयशंकर को धन्यवाद दिया।

विदेश मंत्री जयशंकर ने भारतीय प्रबंध संस्थान मुंबई (IIM-B) में एक बातचीत के एक सवाल का उत्तर देते हुए कहा, “मैं सबसे पहले आपको सलाह देना चाहूँगा कि अगर आप अगली बार छुट्टियाँ बिताना चाहते हैं तो श्रीलंका जाएँ। मैं आपसे गंभीरता से कह रहा हूँ कि श्रीलंका जाकर छुट्टियाँ बताएँ और वहाँ के लोगों में घुल-मिलकर पूछें कि वह भारत के बारे में क्या सोचते हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि आप अपने आप को सातवें आसमान पर पाएँगे।”

इसके पश्चात विदेश मंत्री जयशंकर ने भारत द्वारा श्रीलंका के आर्थिक संकट के दौरान पहुँचाई गई सहायता का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “एक औसत श्रीलंकाई के लिए जब पूरी दुनिया ने पीठ दिखा दी थी, मैं खुद कोलम्बो में था, लोग गाड़ियों को धक्का लगा रहे थे। पूरा देश समस्याओं से घिरा था। ऐसे समय में भारत अकेला देश था जो आगे आया। हमने 4.5 बिलियन डॉलर (लगभग ₹37,000 करोड़) श्रीलंका को दिए। और आपको उदाहरण के लिए बता दूँ, श्रीलंका ने लम्बे समय तक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से बातचीत मात्र 3 बिलियन डॉलर(लगभग ₹25,000 करोड़) के लिए की।”

उन्होंने बताया, “यह हमारे द्वारा दी गई सहायता से आधा है। आदर्श रूप से उन्हें IMF से पहले सबसे सहायता मिलनी चाहिए थी। कोई भी देश आगे नहीं आया। ऐसे में मुझे लगता है कि कुछ पड़ोसी देश हमारे खिलाफ हो रहे हैं यह हमारी विफलता है, हमें अपने में अधिक आत्मविश्वास रखना होगा। हमें यह सच्चाई स्वीकार करना होगा कि चीन भी पड़ोसी देश है और वह भी इन पर प्रभाव डालेगा ही।”

गौरतलब है कि श्रीलंका 2022 में भारी आर्थिक संकट में फँस गया था और भारत ने उसे तेल और दवाइयों समेत तमाम मदद पहुँचाई थी।

विदेश मंत्री जयशंकर का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल है। यह श्रीलंका के अखबारों में भी सुर्खी बना है। श्रीलंका की सबसे बड़ी समाचार एजेंसी न्यूज वायर ने इसे श्रीलंका में प्रमुखता से दिखाया है। उसके द्वारा एक्स (पहले ट्विटर) पर डाला गया यह वीडियो अब तक लगभग 9 लाख लोगों द्वारा देखा जा चुका है। इसके अलावा श्रीलंका ट्वीट और डेली मिरर जैसी वेबसाइट ने भी इसे प्रचारित किया है। भारत के श्रीलंका के टूरिज्म को बढ़ावा देने और संकट सहायता देने को श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने भी सराहा।

पूर्व श्रीलंकाई क्रिकेटर सनत जयसूर्या ने एक्स पर लिखा, “भारतीय विदेश मंत्री माननीय एस जयशंकर को हमारे सबसे बुरे समय में सहायता करने के लिए धन्यवाद। आपके द्वारा श्रीलंका टूरिज्म का समर्थन भी हमारे लिए अमूल्य है।” उनके अलावा अमेरिका की बड़ी सॉफ्टवेयर कम्पनी WSO2 के संस्थापक संजीवा वीरवर्णा ने भी भारत को धन्यवाद कहा।

उन्होंने एक्स पर लिखा, “भारत द्वारा श्रीलंका की उसके बुरे समय में सहायता कभी भुलाई नहीं जाएगी। धन्यवाद विदेश मंत्री एस जयशंकर और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। हमने IMF से मिली 3 बिलियन की सहायता पर खूब शोर मचाया था और मचा रहे हैं जबकि भारत ने 2022 में हमें बिना समय गँवाए 4.5 बिलियन डॉलर दिए ताकि हमारा देश चलता रहे। मुश्किल के दौर में सहायता करने वाला ही एक सच्चा मित्र होता है।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिस सरकारी अस्पताल में काम करते हैं जब्बार खान-मुशीर अहमद, वहाँ ‘जैविक जिहाद’ की कर रहे थे तैयारी: डॉक्टर यशवीर के खाने में TB...

जब्बार खान और मुशीर अहमद टीबी के किसी मरीज का बलगम डॉ यशवीर के खाने में मिलाने की साजिश लम्बे समय से रच रहे थे।

RG Kar अस्पताल के 50 सीनियर डॉक्टर ने एक साथ दिया इस्तीफा, आमरण अनशन पर जूनियर डॉक्टर्स: जानिए वजह, यहीं हुआ था रेप-मर्डर

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 50 वरिष्ठ डॉक्टरों ने जूनियर डॉक्टरों के समर्थन में सामूहिक इस्तीफा दे दिया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -