पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले लिबरल गिरोह के मशहूर बुजुर्ग कॉमेडियन अतुल खत्री और शिवसेना नेता प्रीतिश नंदी ट्विटर पर ह्यूमर के नाम पर घृणा फैलाते पाए गए। उनकी ऐसी हरकत को देख यूजर्स ने भी उन दोनों की उम्र का कोई लिहाज नहीं किया और उन्हें उनकी भाषा में ही लताड़ लगाई।
Bengal is ready with its vaccine. Rabindra sangeet and bricks. Double dosed. https://t.co/Fj5nPgSueR
— Pritish Nandy (@PritishNandy) December 23, 2020
दरअसल, दो दिन पहले अतुल खत्री ने अपने ट्विटर पर लिखा था, “पश्चिम बंगाल के प्यारे लोगों, प्लीज अपने राज्य में एंटर होने जा रहे शक्तिशाली घातक वायरस से अवगत हो जाएँ।” जिस पर प्रीतिश नंदा ने आज टिप्पणी करते हुए लिखा, “बंगाल अपनी वैक्सीन के साथ तैयार है। रबीन्द्र संगीत और ईंट। डबल डोज।”
That same brick can be used to crack open your skull Ganje.
— Akash Yadav (@IndicFilms) December 23, 2020
यहाँ बता दें कि अतुल खत्री ने अपने ट्वीट में बंगाल में वायरस के नाम पर बीजेपी को घेरने का प्रयास किया था और प्रीतिश नंदी ने अभी हाल में भाजपा के काफिले पर हुए हमले का मखौल उड़ाते हुए उसकी तुलना वैक्सीन से की थी।
इसी घटिया तंज के बदले यूजर्स ने इन्हें जम कर लताड़ा। आकाश यादव ने लिखा, “वही ईंट तेरी खोपड़ी खोलने के लिए भी इस्तेमाल हो सकती है गंजे।” ऐसी ही पीसी नाम के ट्विटर यूजर ने ऊपर की तस्वीर वाली बात लिखी।
एक यूजर ने इस बात पर गौर करवाया कि वरिष्ठ लिबरल नंदी बंगाल को हिंसा के लिए भड़का रहे हैं। वहीं दूसरे यूजर ने लिखा कि तो इन लोगों ने राज्य द्वारा स्पॉन्सर हिंसा को अप्रूव कर दिया है, जिसे पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र बचाने के नाम पर अंजाम दिया जाता है।
So eminent liberal Nandy threatening violence, scratch a liberal, bleed a fascist. https://t.co/TKAvvGCdtU
— impolite hindu (@ImpoliteHindu) December 23, 2020
अजीत दत्ता लिखते हैं, “ईंटें! समय बताएगा। बंगाल चुनाव में कई बुद्धिजीवी अपने नक्सल चरित्र के साथ सामने आएँगे, खुद का असली रंग दिखाएँगे।”
Bricks.
— Ajit Datta (@ajitdatta) December 23, 2020
Wait and watch. In the run-up to Bengal 2021, many “sophisticated intellectuals” will drop their garb and expose themselves for the street-thugs and naxals that they really are. https://t.co/3Cwc2CMOxu
गौरतलब है कि बंगाल में 2021 में विधानसभा चुनाव होने वाले है। ऐसे में वहाँ राजनैतिक हिंसा का सिलसिला शुरू हो रखा है। अभी बीते दिनों भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर ईंट-पत्थर से हमला बोला गया था। उससे पहले सिलीगुड़ी में तेजस्वी सूर्या के मार्च पर हमला हुआ था, उसमें एक भाजपा कार्यकर्ता की जान गई थी। इसके अलावा बंगाल में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के काफिले पर भी पत्थरबाजी हुई थी। फिर हाल में बीजेपी नेता कबीस बोल की कार पर भी हमले की घटना सामने आई थी।