Friday, November 15, 2024
Homeसोशल ट्रेंडपढ़ाई, हेल्थ या परिवार... राहुल गाँधी इटली में घुसेंगे तो कैसे और क्या कारण...

पढ़ाई, हेल्थ या परिवार… राहुल गाँधी इटली में घुसेंगे तो कैसे और क्या कारण बता कर? सोशल मीडिया पर सवाल-जवाब

सोशल मीडिया पर लोगों ने 'युवा' राहुल गाँधी के लिए स्वास्थ्य या अध्ययन कारणों की संभावना को नकार दिया है। इटली के नियमों के अनुसार शादी संबंधी परिवार वाला लॉजिक भी जायज नहीं क्योंकि वो अभी तक अविवाहित हैं। इसलिए...

हमेशा की तरह राहुल गाँधी फिर अपनी विदेश यात्रा पर निकल चुके हैं। मीडिया में यह खबर छाई हुई है कि कॉन्ग्रेस नेता कतर एयरलाइंस की फ्लाइट से मिलान (इटली) के लिए रवाना हो चुके हैं। हालाँकि कॉन्ग्रेस पार्टी ने उनके जाने की पुष्टि नहीं की है, लेकिन उन्होंने मीडिया रिपोर्ट्स का खंडन भी अभी तक नहीं किया।

यहाँ यह बात गौर करने वाली है कि राहुल गाँधी ऐसे समय में विदेश यात्रा कर रहे, जब उनकी पार्टी ‘किसान’ विरोध-प्रदर्शन का समर्थन कर रही है। उनके ऐसे कारनामों के बावजूद कॉन्ग्रेस के अधिकतर कार्यकर्ता उन्हें दोबारा से पार्टी अध्यक्ष के रूप में देखना चाहते हैं।

गौरतलब है कि कोरोना वायरस के चलते अलग-अलग देशों ने दूसरे देश से आने वाले यात्रियों के लिए दिशा-निर्देश निर्धारित किए हुए हैं। इसके मद्देनजर सोशल मीडिया पर लोगों ने बताया है कि इटली में कोविड नॉर्म्स के तहत राहुल गाँधी के लिए वहाँ प्रवेश करना कितना मुश्किल होगा।

इटली की आधिकारिक सरकारी वेबसाइट के अनुसार भारत वर्तमान में E-देशों की लिस्ट में शामिल है। क्रिसमस और नए साल के लिए लागू नियमों के अनुसार, E-लिस्ट में शामिल देश के लोग केवल काम, स्वास्थ्य या पढ़ाई के कारणों, अर्जेंट कामों के लिए और वापस अपने घर लौटने के लिए ही इटली की यात्रा कर सकते हैं।

वहाँ के नियम के अनुसार, “E-देशों में शामिल ऐसे लोग, जो इटालियन/यूरोपीय संघ/शेंगन (Schengen) के नागरिक हैं, और उनके परिवार के सदस्यों के साथ-साथ वहाँ के दीर्घकालिक निवासी और उनके परिवार के सदस्यों के लिए इटली में वापसी/प्रवेश की अनुमति है।”

इसमें आगे लिखा गया है, “3 दिसंबर, 2020 को इटली के मंत्रीस्तरीय द्वारा जारी आदेश के अनुसार, E-लिस्ट में शामिल देश के लोग, जिनके पास इटालियन/यूरोपीय संघ/शेंगन नागरिकों के साथ-साथ इटली के कानूनी रूप से निवासी (दीर्घकालिक निवासी) के साथ जो कानूनी रिलेशनशिप में हैं, वे भी अपने पार्टनर से मिलने के लिए उनके घर आ सकते हैं।”

अब यह सोचने वाला विषय है कि राहुल गाँधी ने इटली में प्रवेश करने के लिए क्या विशिष्ट कारण बताया होगा। सोशल मीडिया पर लोगों ने ‘युवा’ राहुल गाँधी के लिए स्वास्थ्य या अध्ययन कारणों की संभावना को नकार दिया है। और यह भी संभावना नहीं है कि इटली में नए साल के जश्न को “कोई अर्जेंट” काम के रूप में मानेगा। फिर जो दो विकल्प बचे हैं, वो काम या व्यक्तिगत पारिवारिक कारण हैं।

उल्लेखनीय है कि राहुल गाँधी भारत में एक राजनीतिक दल के नेता हैं। इसलिए, किसी काम के सिलसिले में गुप्त रूप से विदेशी यात्रा करना, अपने आप में कई सवाल खड़े कर देता है। और अगर यह सच में किसी काम से संबंधित है तो इसे जानने का हक सभी भारतीय को होना चाहिए।

इसके अलावा दूसरी संभावना यह है कि राहुल गाँधी का इटली में परिवार है, जिनसे वे मिलने जा सकते हैं। सोशल मीडिया पर बहुत सारे लोग इस कारण को सबसे सटीक मान रहे हैं। वैसे राहुल गाँधी का ननिहाल भी इटली में है। इसलिए, यह एक संभावना होगी। जबकि उनका दूसरा परिवार शादी के बाद ही वहाँ हो सकता है। लेकिन यह तो हमें पता ही है कि अभी तक उनकी शादी नहीं हुई है। हालाँकि यह सब अटकलों का विषय है और केवल कॉन्ग्रेस पार्टी और खुद पार्टी आलाकमान के बेटे ही इसकी स्पष्ट तौर पर जानकारी दे सकते हैं।

गौरतलब है कि भाजपा नेताओं ने अक्सर राहुल गाँधी की विदेश यात्राओं को लेकर तंज कसा है। वर्ष 2017 में अमित शाह ने राहुल गाँधी को आड़े हाथों लेते हुए सवाल किया था कि उन्होंने क्यों अपनी विदेश यात्राओं पर एसपीजी सुरक्षा नहीं ली और यह भी कहा था कि आखिर वह क्या छिपाने की कोशिश कर रहे थे। तत्कालीन गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने खुलासा किया था कि पिछले दो वर्षों में राहुल गाँधी कुल 72 दिनों में 6 विदेशी दौरों पर गए थे। इस दौरान भी उन्होंने एसपीजी सुरक्षा नहीं लिया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिनके पति का हुआ निधन, उनको कहा – मुस्लिम से निकाह करो, धर्मांतरण के लिए प्रोफेसर ने ही दी रेप की धमकी: जामिया में...

'कॉल फॉर जस्टिस' की रिपोर्ट में भेदभाव से जुड़े इन 27 मामलों में कई घटनाएँ गैर मुस्लिमों के धर्मांतरण या धर्मांतरण के लिए डाले गए दबाव से ही जुड़े हैं।

‘गालीबाज’ देवदत्त पटनायक का संस्कृति मंत्रालय वाला सेमिनार कैंसिल: पहले बनाया गया था मेहमान, विरोध के बाद पलटा फैसला

साहित्य अकादमी ने देवदत्त पटनायक को भारतीय पुराणों पर सेमिनार के उद्घाटन भाषण के लिए आमंत्रित किया था, जिसका महिलाओं को गालियाँ देने का लंबा अतीत रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -