इसी इकोसिस्टम पर निशाना साधते हुए कपिल मिश्रा ने ट्विटर पर पूछा कि ये लोग ताहिर हुसैन का बचाव कर रहे लोग गलती से ऐसा कर रहे थे या सब दंगों की साज़िश का हिस्सा था।
सुकेश ने लिखा, "मैं जेल में बंद ऐसे कैदियों की मदद करना चाहता हूँ, जो जमानत मिलने के बावजूद बेल बॉन्ड भरने में सक्षम नहीं हैं।" 2 ट्रस्ट का किया जिक्र।