Friday, April 19, 2024

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धर्म

ताजमहल में फहराया भगवा झंडा, गंगा जल छिड़क कर किया शिव चालीसा का पाठ

ताजमहल परिसर में दाखिल होते ही उन्होंने वहाँ पर गंगा जल का छिड़काव किया और भगवा झंडा फहराया। शिव चालीसा का पाठ भी किया गया।

राम जानकी मंदिर के पुजारी को मारी गोली: UP पुलिस ने किया 2 को गिरफ्तार, 2 अन्य की है तलाश

"गोली उनके बाएँ कंधे पर लगी, इसके बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुँच कर पुजारी सम्राट दास को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। कुछ समय बाद उन्हें..."

‘मंदिर में लाउडस्पीकर क्यों बजा रहे हो, बंद करो’ – अफजल, शराफ और गुलजार ने स्वराज सिंह को बुरी तरह पीटा

मंदिर के भीतर लाउडस्पीकर बजाने की वजह से गुलज़ार, अफज़ल, शराफ़ समेत कुछ अन्य लोगों ने स्वराज सिंह को बुरी तरह पीट दिया। मारपीट में...

5 महीने बाद फिर शुरू हुई वैष्णो देवी यात्रा, रोजाना 2000 श्रद्धालुओं को होगी दर्शन की इजाजत

वैष्णो देवी यात्रा रविवार से शुरू हो गई है। करीब पॉंच महीने से पवित्र गुफा की यात्रा बंद थी।

मंदिर निर्माण एक धार्मिक घटना ही नहीं, संस्कृति का पुनर्जागरण है

जन्मभूमि से इतनी दिक्कत क्योंकि विदेशियों की फेंकी हुई बोटियों पर पलने वाले कुत्तों की दशकों की मेहनत पर ये एक झटके में पानी फेर देता है।

बंगाल की प्रज्ञा 2009 में धोखे से बना दी गई थी आएशा: करती थी आतंकी संगठन JMB में महिलाओं की भर्ती, ढाका से गिरफ्तार

पूछताछ में गिरफ्तार युवती ने बताया कि उसका जबरन धर्मांतरण हुआ था। कक्षा 9 में उसे जबरन इस्लाम कबूल कराया गया। उसका असली नाम प्रज्ञा देबनाथ था।

प्रेम के प्रतीक हैं अर्धनारीश्वर शिव! श्रावण मास में जानिए वेदों के रुद्र से लोक के भोलेनाथ तक की त्र्यम्बक यात्रा

समाज के त्यक्त, तिरस्कृत और भयोत्पादक तत्त्वों को स्नेहपूर्वक अंगीकार करने वाले हैं शिव। जिस साँप बिच्छू को देखकर समाज डर जाता है, उसे...

इस्लाम और हिन्दुत्व को एक मानने की जिद मूर्खता: हिन्दू संतों को अली-मौला गाना बंद करना चाहिए

मूल इस्लामी ग्रंथों का एक तिहाई केवल जिहाद पर केंद्रित है। कुरान की लगभग दो तिहाई सामग्री काफिरों से संबंधित है।

भगवा झंडे से समुदाय विशेष को परेशानी क्यों? वो ध्वजा है, मिर्ची नहीं!

भगवा रंग किसी की आँखों को चुभता है तो समस्या उसकी है। ये उसकी दुष्टता है कि उसे हमारे धर्म के प्रतीक चिह्नों से घृणा है।

पॉवर ग्रिड फेल होंगे, कुत्ते डर गए, प्रदूषण हुआ: दिवाली को गाली देने वाले लोग, जिन्हें जमातियों का मजहब नहीं दिखता

राजदीप सरदेसाई इसे 'ब्लडी दिवाली' कहते हैं। अरशद वारसी को देश की जनता 'स्टुपिड' नज़र आती है। सोनम कपूर का कुत्ता डर जाता है। शशि थरूर का पॉवर ग्रिड फेल हो जाता है। आख़िर जमातियों का मजहब न देखने की सलाह देने वालों ने '9 बजे 9 मिनट्स' में धर्म कैसे ढूँढ लिया?

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