अबूझमाड़ के कुतुल, फरसबेड़ा, कोड़तामडता इलाके में संयुक्त नक्सल विरोधी अभियान के तहत पिछले 2 दिनों से पुलिस और नक्सलियों के बीच रूक-रूक कर मुठभेड़ हो रही है।
जवानों को जंगलों में ख़ाक छाननी होती है, अपनी जान खतरे में डालनी होती है, परिवार से दूर रहना पड़ता है - तब जाकर नक्सल वारदातें कम होती हैं और आम लोग चैन से सोते हैं। भूपेश बघेल जैसे नेता ये नहीं समझते।