Monday, November 25, 2024

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वामपंथी

देखिए 48 घंटों में द वायर ‘मोदी की रैली में कोई नहीं आता’ से ‘बिहार में मोदी को सब चाहते हैं’ कैसे पहुँच गया

द वायर सरीखे एजेंडापरस्त मीडिया समूहों के लिए इस श्रेणी का गिरगिटनुमा विश्लेषण या दावा कोई नई बात नहीं है। प्रोपेगेंडा ही इनका एकमात्र उद्देश्य है भले उसके लिए स्क्रीन पर कुछ अनर्गल ही क्यों न परोसना पड़े।

केरल में सिर्फ 1 सोशल मीडिया पोस्ट पर हो सकती है 5 साल की जेल: FOE की रट लगाने वाले वामपंथियों का नया कानून

केरल के नए क़ानून के अनुसार, पुलिस अगर आपत्तिजनक करार दे तो सोशल मीडिया पोस्ट के लिए भी किसी व्यक्ति को 5 साल की जेल हो सकती है।

‘तुम सब इतने लेफ्ट हो कि अपने राइट हाथ से भी नफ़रत करने लगे हो’: सोनू निगम ने ट्रिब्यून सहित वामपंथी मीडिया को लगाई...

सोनू निगम ने वीडियो में लेख प्रकाशित करने वाले मीडिया समूह के संबंध में कहा, “यह वीडियो उन दल्लों के लिए है।” फिर उन्होंने ट्रिब्यून के संपादक को संबोधित करते हुए कहा, “तू सोता कैसे है दल्ले?”

डियर रेख्ता, हम अगर किसी त्योहार को ‘खून की नदी बहाने का त्योहार’ लिख दें तो सुलग जाएगी

रेख्ता ने एक पोस्टर के जरिए दिवाली और इससे जुड़े कुछ प्रचलित शब्दों को उर्दू शब्दकोश देने की कोशिश की और इसी बहाने इसमें मजहबी अजेंडा को साध लिया।

बिहार को बढ़ना है तो धर्मांतरण, कट्टरपंथ और वामपंथ के कैंसर को हराना ही होगा…

बाढ़, बदहाली और बेरोजगारी की पहचान के साथ घिसट रहे बिहार के सामने असल चुनौती वामपंथ, कट्टरपंथ और ईसाई धर्मांतरण की है।

राष्ट्रहित पर राष्ट्र के साथ होनी चाहिए हमारी विचारधारा, राष्ट्र के खिलाफ नहीं- JNU में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के अनावरण पर PM मोदी

PM मोदी ने कहा कि किसी एक बात जिसने हमारे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को बहुत बड़ा नुकसान पहुँचाया है- वो राष्ट्रहित से ज्यादा प्राथमिकता अपनी विचारधारा को देना है

बिहार में तेजस्वी यादव के समर्थन में खड़े वामपंथी दलों ने यूपी की दी दुहाई, कहा- ‘हम हारे तो नहीं बचेगा लोकतंत्र’

भाकपा (माले) नेता ने कहा कि भाजपा देश में लोकतंत्र ख़त्म कर रही है और वो नहीं जीते तो बिहार में भी यही होगा। उन्होंने कहा कि बिहार में उनकी सरकार नहीं बनी तो वहाँ लोकतंत्र की हत्या हो जाएगी।

कितना आवश्यक है माँ दुर्गा को हर नवरात्र में सैनिटरी पैड पर उकेरना?

वामपंथीऔर उदारवादियों को यदि किसी मजहब में ज्ञान देना ही है तो उन्हें उन मजहब से शुरुआत करनी चाहिए, जहाँ समाज को शिक्षित करने की सजा गला रेतने के रूप में मिलती है।

कपटी वामपंथियो, इस्लामी कट्टरपंथियो! हिन्दू त्योहार तुम्हारी कैम्पेनिंग का खलिहान नहीं है! बता रहे हैं, सुधर जाओ!

हिन्दुओ! अपनी सहिष्णुता को अपनी कमजोरी मत बनाओ। सहिष्णुता की सीमा होती है, पागल कुत्ते के साथ शयन नहीं किया जा सकता, भले ही तुम कितने ही बड़े पशुप्रेमी क्यों न हो।

हिन्दू त्योहारों पर वामी-जिहादी गिरोह से कैसे निपटें?| Ajeet Bharti on Tackling Hinduphobia during festivals

भारत में हिंदुओं के हर त्योहार के पहले वामपंथियों, जकातियों, इस्लामी कट्टरपंथियों का एक गिरोह अचानक से सक्रिय हो जाता है। वह हर त्योहार में ये ज्ञान देने लगता है कि कहाँ क्या गलत है?

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