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पाक जाने को बेहद उतावले सिद्धू: फिर लिखा पत्र, कहा- परमिशन नहीं मिली तो बाघा बॉर्डर से ही चले जाएँगे
"अगर सरकार से उन्हें परमिशन नहीं दी गई तो वह तय कार्यक्रम से एक दिन पहले आठ नवम्बर को वाघा स्थित भारत-पाक सीमा से पाकिस्तान जाएँगे, रात को गुरूद्वारे में ठहर कर अगले कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे और फिर अगले दिन गलियारे के ज़रिए भारत वापस आएँगे।"
UK की फ्लाइट पर ‘इक ओंकार’ की पेंटिंग, पहली बार हुआ ऐसा: सिखों ने PM मोदी को कहा- थैंक्यू
सिख धर्म के संस्थापक गुरू नानक देव की 550वीं जयंती के अवसर पर एयर इंडिया मुंबई-अमृतसर-स्टैंस्टेड रुट पर सप्ताह में 3 बार उड़ान भरेगा। ये उड़ान सेवा सोमवार, गुरुवार और शनिवार को उपलब्ध होगी।
करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे PM मोदी, गुरू नानक की 550वीं जयंती पर खुलेगा
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कॉन्ग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 72 वर्ष पूर्व पार्टी द्वारा जो ग़लती की गई थी, आज पीएम मोदी के हाथों उसे सुधारे जाने का समय आ गया है। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री का आभार भी जताया।
पाक: सिख लड़की के अपहरण, जबरन धर्मांतरण मामले में पुलिस ने की FIR रद्द
"लड़की और हसन के परिवारों ने एक लिखित समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें उन्होंने मामले को आपस में सुलझाने की बात कही है। लड़की के परिवार ने हसन और उसके परिवार के सदस्य एवं मित्रों के खिलाफ सभी आरोप वापस ले लिए हैं, इसलिए उनके खिलाफ प्राथमिकी रद्द हो गई है।"
भारत ने पाकिस्तानी ट्रेन को प्रवेश देने से किया इंकार, सिख समुदाय गुस्से में
सिखों के इस जत्थे में देश के विभिन्न राज्यों के 130 सिख श्रद्धालु शामिल थे, इन लोगों ने पाकिस्तान जाने नहीं देने पर रेलवे स्टेशन के बाहर ही नारेबाजी की।
ऐतिहासिक गुरू नानक महल में तोड़-फोड़: पाकिस्तानियों ने बेच दीं बेशक़ीमती खिड़कियाँ-दरवाज़े
ऐतिहासिक गुरू नानक महल चार मंज़िला बिल्डिंग है और इसकी दीवार पर सिख धर्म के संस्थापक गुरू नानक के अलावा हिन्दू शासकों और राजकुमारों की तस्वीरें बनी थीं। बाबा गुरू नानक महल 400 साल पहले बनवाया गया था। इस जगह पर लाखों की संख्या में तीर्थयात्री...
कोहिनूर धारण करने वाला सिख सम्राट जिसकी होली से लाहौर में आते थे रंगीन तूफ़ान, अंग्रेज भी थे कायल
कहते हैं कि हवा में गुलाल और गुलाबजल का ऐसा सम्मिश्रण घुला होता था कि उस समय रंगीन तूफ़ान आया करते थे। ये सिख सम्राट का ही वैभव था कि उन्होंने सिर्फ़ अंग्रेज अधिकारियों को ही नहीं रंगा बल्कि प्रकृति के हर एक आयाम को भी रंगीन बना देते थे।