क्या छात्राएँ शुरू से ही कॉलेज में पढ़ती थीं और अपनी खुद की मर्जी से हिजाब बाँध कर आईं थीं। जाँच का दूसरा बिंदु यह है कि छात्राओं को ड्रेस कोड की जानकारी थी या नहीं।
कुरान की आयतों का हवाला देकर छात्राएँ बॉम्बे हाईकोर्ट में गई थीं कि उन्हें कॉलेज परिसर में हिजाब पहनने दिया जाए। हाईकोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया है।