राष्ट्रीय राजधानी में स्थित गाँवों में किसानों को मुफ्त बिजली ना देकर और उद्योगों को बहुत ही ऊँचे दर पर बिजली उपलब्ध कराकर केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
"राज्य सरकार टीकाकरण से लेकर छात्रवृत्ति और किसानों की जमीन अधिग्रहण तक कई घोटालों में लिप्त है।
अगर कोई तूफान उठा, तो कैप्टन उसे रोक नहीं पाएँगे, भले ही वह अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल करे।"
कैप्टेन ने 2017 में जबरन अपना नाम बतौर CM उम्मीदवार घोषित कराया। सिद्धू ने सोनिया गाँधी के पाँव छुए थे। अब दोनों की लड़ाई में किसान एंगल भी आ रहा है। आलाकमान किधर है, वक़्त बताएगा।