बिहार के आरा शहर में दिसंबर 2018 में चर्चित बैग कारोबारी की हत्या के मामले में कुख्यात आरोपित खुर्शीद कुरैशी एवं उसके भाई अब्दुल्ला सहित 10 आरोपितों को सोमवार को फाँसी की सजा दी गई है।
उधर चिराग पासवान अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए खुद चाचा के घर पहुँचे, जहाँ उनके लिए दरवाजा तक नहीं खोला जा रहा था। वो खुद कार चला तक चाचा के बंगले पर पहुँचे थे।
पहले राउंड में तो उन्हें मछली के दो-दो पीस मिल गए लेकिन उन्हें तो मछली की मुंडी चाहिए थी। फरमाइश की गई, लेकिन किसी कारणवश उन्हें मछली की मुंडी नहीं मिल पाई।
आसपास के इलाके के सभी पुरुष गायब हैं और महिलाएँ चुप्पी साधी हुई हैं। बम ब्लास्ट इतना तगड़ा था कि मदरसा जमींदोज हो गया। पल्सर से चलने वाला मौलाना बच्चों को उर्दू और मजहबी शिक्षा देता था।