इस अवधि में जिन लोगों ने चीनी सामान खरीदे भी, उनमें से भी 60% का कहना है कि उन्होंने चीन में बने 1-2 से ज्यादा उत्पाद नहीं खरीदे। गलवान संघर्ष के बाद ये बदलाव आया।
वीडियो ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के उस दावे को भी खारिज किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि चमगादड़ों को लैब में रखना और कोरोना के वुहान लैब से पैदा होने की बात करना महज एक 'साजिश' है।
कभी गधे बेचने वाला हमारा पड़ोसी मुल्क आज ‘आम’ तोहफे में दे रहा है, हालाँकि ये अलग बात है कि अमेरिका और चीन समेत कई देशों ने पाकिस्तान के इन तोहफों को ठुकरा दिया।