ये लगभग 200 वर्ष पुराना है। इस पर सोने से एक मंत्र अंकित है, जो गुरु अर्जुन देव द्वारा रचित है। इसे 'रक्षा मंत्र' कहा जाता है, भगवान विष्णु की प्रार्थना है।
म्यांमार की फ़ौज ने 'आराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी (ARSA)' और 'आराकान रोहिंग्या आर्मी (ARA)' को 'आराकान आर्मी (AA)' के खिलाफ लड़ने के लिए हथियार से लेकर सैन्य प्रशिक्षण तक दिया है।
आग की लपटें करीबन ढाई घंटे तक प्रतिमा के पास जलती रहीं। इस दौरान धीरे-धीरे माँ पर चढ़ाई जाने वाली चुनर और धागे सब भस्म हो गए। माँ की प्रतिमा वैसी की वैसी रही।
आरोप कहा कि दरगाह हज़रतबल पर जुमत-उल-विदा नामक की दुआ के दौरान शहादा देने (ये दोहराना कि अल्लाह के सिवा कोई ईश्वर नहीं) और कलमा पढ़ने के लिए मजबूर किया गया।