Monday, November 18, 2024

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History

भीमा-कोरेगाँव: एक युद्ध जिसे इतिहासकारों ने जबरन जीत में बदल डाला

महारों की मराठाओं से कोई निजी दुश्मनी नहीं थी। यह लड़ाई कंपनी और मराठा सेना के बीच में लड़ी गई थी, जिसमें महारों ने कंपनी का साथ दिया।

‘अंग्रेजों के वफादार सिख किसानों ने ही सिख क्रांतिकारियों को पकड़वाया’: उस वायसराय ने बताया था, जो बोस के हमले में बच निकला

दिल्ली के चाँदनी चौक पर बोस के हमले में गवर्नर जनरल लॉर्ड चार्ल्स हार्डिंग बीवी सहित बच निकला, पर उसका कंधा फट गया। बाद में उसने अपने कार्यकाल को लेकर कई खुलासे किए।

जहाँगीर ने काट डाले थे जिसके 2 बेटों के सिर… उस रहीम के मकबरे का 3000 मिस्त्री और 1.75 लाख घंटों में हुआ मरम्मत

ताजमहल से 5 दशक पहले अकबर के सेनापति व कवि अब्दुर रहीम खान-ए-खाना ने दिल्ली में एक मकबरे का निर्माण करवाया था, जिसकी अब मरम्मत हुई है।

चर्च की वेदी पर लिटा कर ननों से रेप, मार डाले सारे पादरी: बातु खान की हँसती फौज और जिंदा जले लोगों की कहानी

ब्रिटिश राज में क्रिसमस पूरी दुनिया में लो​कप्रिय हुआ। लेकिन, इस्लामिक अक्रांताओं के राज में इसी दौरान खून की नदियाँ बहाई गई।

27 साल पहले जिन सुधारों के लिए कॉन्ग्रेस से लड़े पिता, आज उसके ही विरोध में बेटे ने खोल रखा है मोर्चा: महेंद्र से...

किसान आंदोलन और उनके नेताओं की मंशा कैसे बदली है, इसका सबसे बेहतर उदाहरण महेंद्र सिंह टिकैत से लेकर राकेश टिकैत तक की बीकेयू की यात्रा है।

वंदे मातरम का मंच से ही विरोध कर दिया था कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मो. जौहर ने, बोया था जामिया का बीज, जहाँ गूँजता है नारा-ए-तकबीर

कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मो. जौहर ने जब मुस्लिम लीग जॉइन की तो उन्होंने जहर उगलते हुए कहा था कि गाँधी से अच्छा तो कोई व्यभिचारी मुसलमान है।

वर्तमान नागालैंड की सुंदरता के पीछे छिपा है रक्त-रंजित इतिहास: नागालैंड डे पर जानिए वह गुमनाम गाथा

1826 से 1865 तक के 40 वर्षों में अंग्रेज़ी सेनाओं ने नागाओं पर कई तरीकों से हमले किए, लेकिन हर बार उन्हें उन मुट्ठी भर योद्धाओं के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा।

गोलियों से भूना, मन नहीं भरा तो बम विस्फोट किया: 32 परिवारों के खून से अबोहर में खालिस्तानियों ने खेली थी होली

पूरी घटना में 22 लोग मौके पर खत्म हो गए, 10 ने अस्पताल में दम तोड़ा, कइयों ने पसलियाँ गँवा दीं, कुछ की अंतड़ियाँ बाहर आ गईं, किसी के पाँव...

केरल का सिंह, जिससे काँपते थे टीपू और ब्रिटिश: अंग्रेजों ने बताया स्वाभाविक सरदार, इतिहासकारों ने नेपोलियन से की तुलना

केरल में उन्हें सिंह कहा जाता है। इतिहासकार उनकी तुलना नेपोलियन से करते हैं। दुश्मन अंग्रेजों ने उन्हें 'स्वाभाविक नेता' बताया। मैसूर की इस्लामी सत्ता उनसे काँपती थी।

हिंदू बेईमान, मुसलमान महान और योद्धा: भारत को लेकर विंस्टन चर्चिल की सोच, जिसने मारे 40-45 लाख निर्दोष लोग

विंस्टन चर्चिल भारत के आदिवासियों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल कराना चाहता था। चर्चिल ने एक आतंरिक मेमो भेजा था, जिसमें...

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