कॉन्ग्रेस नेता रामनाथ राय ने पीएम नरेंद्र मोदी की तुलना पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से की है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और इमरान खान एक ही माँ के बेटे हैं और दोनों चुनाव जीतने के लिए एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करते हैं।
इमरान के खुद के देश में बालाकोट के बाद जो उसकी छवि बनी है, उससे यह कयास जरूर लगाया जा सकता है कि यह साबुन अब शायद ही कोई नहाने के लिए इस्तेमाल करता होगा। हाँ, संडास से आने के बाद हाथ धोने के लिए शायद!
"हमारी फ़ौज बलूचिस्तान में अपने ही लोगों पर बम बरसा रही है। हम अपने ही लोगों को कैसे मार सकते हैं? जरा सोचिए अपने ही लोगों पर बम बरसाना और उन्हें मारना कितना अनुचित है। ट्राइबल क्षेत्रों में 60 लाख लोगों पर बम बरसाए जा रहे हैं।"
"मोदी को UAE में मेडल मिला है तो आपको तकलीफ हो रही है। आप भीख माँगते फिर रहे हैं। आप बताएँगे कि आप उनके पाँव की जूती हैं तो वो आपकी इज्जत कैसे करेंगे?"
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी फ़ौज ने आम चुनाव में अपने हिसाब से हेरफेर किया। इमरान खान 'नया पाकिस्तान' का नारा देकर सत्ता में आए, लेकिन उनकी सारी बातें हवा-हवाई साबित हो रही हैं। इसका कारण बदहाल अर्थव्यवस्था है।
इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कम्पनी ने सेक्रेटेरिएट को नोटिस जारी कर बकाये बिल का भुगतान करने को कहा है। ऐसा नहीं करने पर बिजली काटने की चेतावनी दी गई है। कम्पनी का कहना है कि कई बार नोटिस भेजने के बावजूद पीएम दफ्तर ने बिल नहीं चुकाया है।
"पहले हम भारत को धमकी देते थे कि हम उससे कश्मीर छीन लेंगे, लेकिन इस नाकाम सरकार के चलते अब हालात ये हो गए हैं कि हमें मुजफ्फराबाद बचाने के लाले पड़ गए हैं।"
महात्मा गाँधी की हत्या के लिए भी इमरान ख़ान ने आरएसएस को ज़िम्मेदार ठहराया। इमरान ने कहा कि नेहरू की मृत्यु के बाद संघ की पकड़ मजबूत होती चली गई। उन्होंने दावा किया कि संघ हिन्दुओं के अलावा बाकी सभी लोगों को दोयम दर्जे का नागरिक मानता है।