आज का वैश्विक परिवेश ऐसा है जिसमें लाखों शरणार्थियों को अपनी बाँहें खोलकर स्वीकार करने वाला यूरोप भी परेशान है और तालिबानियों को एक समय वंडरफुल पीपुल बताने वाला अमेरिका भी।
रविवार को तालिबानी लड़ाकों ने राजधानी काबुल को चारों ओर से घेर लिया था जिसके बाद अंततः अफगान प्रेसिडेंसियल पैलेस (ARG) में सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया पर बातचीत चल रही है। सूत्रों के मुताबिक अली अहमद जलाली अंतरिम सरकार के प्रमुख हो सकते हैं।
तालिबान की क्रूरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अफगानिस्तान में सड़कों पर लाशों के ढ़ेर लगे हुए हैं। इसके अलावा लड़कियों का अपहरण किया जा रहा है ताकि तालिबानी लड़ाकों से उनका निकाह कराया जा सके।